कासगंज: दर्दनाक...सड़क हादसे में चली गई चचेरे-तहेरे भाईयों की जान, बाप-बेटा घायल

दो बाइको पर सवार होकर अलीगढ़ के गांव रजमऊ जा रहे थे लोग

कासगंज: दर्दनाक...सड़क हादसे में चली गई चचेरे-तहेरे भाईयों की जान, बाप-बेटा घायल

कासगंज, अमृत विचार। सदर कोतवाली क्षेत्र के सहावर रोड पर नगला चीटा के समीप तेज रफ्तार ट्रक न दो बाइक सवारों को सामने से टक्कर मार दी। इस हादसे में चचेरे तहेरे भाई की मौत हो गई, जबकि पिता पुत्र घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल से अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पुलिस ने दोनों मृतको के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना को लेकर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

सिकंद्रपुर वैश्य थाना क्षेत्र के गांव असदगढ़ निवासी 20 रवि पुत्र बिजेंद्र सिंह, 19 वर्षीय शिवम पुत्र सर्वेश आपस में चचेरे तहेरे भाई हैं। ये दोनों एक बाइक पर सवार थे, जबकि दूसरी बाइक पर इसी थाना क्षेत्र के गांव बस्तोली निवासी 28 वर्षीय अजीत पुत्र हब्बू लाल और 60 वर्षीय हब्बूलाल पुत्र मुंशीलाल सवार थे। दोनों बाइक सवार अलीगढ़ के गांव रजमऊ में अपनी रिश्तेदारी में आयोजित शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, जैसी ही दोनों बाइकें सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला चीटा के समीप पहुंची, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। जिससे रवि, शिवम की मौत हो गई, जबकि घायल अमित और हब्बूलाल को एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सैलई चौकी इंचार्ज रामदत्त सिंह ने बताया दोनों मृतको के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज को भेजा गया है। चालक ट्रक को छोड़कर फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है। अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

शिवम करता था खेती, रवि था आईटीआई का छात्र
मृतक के परिजन सर्वेश ने बताया कि शिवम गांव में रहकर खेती-बाड़ी करता था। रवि आईटीआई की परीक्षा पास कर चुका है। रवि पांच भाई हैं । सबसे बड़े मुकेश उम्र 35 वर्ष, अर्जुन 25 वर्ष, सहदेव 18 वर्ष, मिथुन 15 वर्ष ,मां अमरवती है। शिवम भी पांच भाई हैं। सबसे बड़े कमलेश उम्र 30 वर्ष, अवधेश 28 वर्ष, मोहित 18 वर्ष, गौतम 15 वर्ष, शिवम की मां गौरादेवी है। घटना को लेकर दोनों ही परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

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