रायबरेली: जिला कारागार के निरुद्ध बंदी की मौत, पुलिस पर प्रताड़ना और हत्या का आरोप
खीरों/रायबरेली, अमृत विचार। थाना क्षेत्र के गांव मोहनपुर मजरे लोदीपुर निवासी जिला कारागार में निरुद्ध एक बंदी की बुधवार को सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम और गांव में मातम छा गया। मृतक की पत्नी ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर पुलिस पर पति और सास को फर्जी मुकदमें में फंसाकर प्रताड़ित करने और हत्या करने का आरोप लगाया है।
बीती पांच दिसम्बर को सुबह लगभग सात बजे खीरों पुलिस ने मोहनपुर मजरे लोदीपुर गांव निवासी रामदेव उर्फ गुड्डू पासवान पुत्र संतू पासवान के घर पर छापेमारी करके रामदेव उर्फ गुड्डू पासवान और उसकी मां सुखाना को अवैध शराब के आरोप में पकड़ा था। अभियोग पंजीकृत कर दोनों को जेल भेज दिया था। विगत एक सप्ताह पूर्व जेल भेजे गए मां-बेटे में रामदेव उर्फ गुड्डू जिला कारागार में अचानक मंगलवार को बीमार हो गया। कारागार प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार को रामदेव की मौत हो गई।
कारागार प्रशासन से मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में मातम छा गया। इस घटना से मृतक के पिता संतू पासवान, मां सुखाना, पत्नी मीना पासवान, बेटे विकास, आकाश, बेटी मुस्कान, बहन शीला, सुशीला, नीलम सहित सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलते ही परिजन जिला अस्पताल रवाना हो गए।
मृतक रामदेव उर्फ गुड्डू की पत्नी मीना ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि विगत पांच दिसम्बर को सुबह लगभग सात बजे खीरों पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की और तीन वर्ष से बीमार चल रहे पति रामदेव उर्फ गुड्डू पासवान और उसकी सास सुखाना को शराब बनाने के झूठे आरोप में घर के अंदर मारापीटा। फिर थाने लाकर दोनों लोगों को मारपीट कर प्रताड़ित किया। इस दौरान पुलिस ने शराब में यूरिया मिलाकर झूठा मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। पुलिस ने पति की हत्या कर दी है। प्रभारी निरीक्षक बालेन्दु गौतम ने बताया कि पुलिस पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद और झूठा है। आरोपियों को शराब बनाते हुए उपकरणों के साथ पकड़ा गया था।
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