शाहजहांपुर: सीज खाते से तीन करोड़ निकालने में फंसे बैंक अधिकारी और चीफ ट्रस्टी
शाहजहांपुर, अमृत विचार: विद्यालय के सीज खाते से तीन करोड़ रुपये निकालने में विद्यालय के चीफ ट्रस्टी व बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों की गर्दन फंस गई है। लोकायुक्त ने पैसे के गबन का मामला मानते हुए सीबीआई को जांच का आदेश दिया था। जिस पर सीबीआई ने आपराधिक षड्यंत्र का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। केस में जल्द ही कुछ चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
सीबीआई की लखनऊ यूनिट ने लोकायुक्त के आदेश का हवाला देते हुए एफआईआर दर्ज की है। लोकायुक्त ने अपने आदेश में कहा है कि शाहजहांपुर के एक विद्यालय का खाता सीज चल रहा है। ऐसे में बिना किसी आदेश के खाता नहीं खोला जा सकता था। इसके बाद भी बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर ने खाते से 20 नवंबर 2023 को तीन करोड़ रुपये निकाल लिए।
कई खातों से होता हुआ यह पैसा अंत में विद्यालय के चीफ ट्रस्टी के निजी खाते में पहुंच गया। शिकायत होने पर यह पैसा 12 दिन बाद दो दिसंबर 2023 को दोबारा मूल खाते में वापस आ गया। इसके बाद मामले की शिकायत लोकायुक्त में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए की गई। लोकायुक्त की बेंच ने प्रकरण पर सुनवाई की और प्रकरण को सीबीआई जांच के योग्य माना। बेंच ने सीबीआई को मामले की जांच करने का निर्देश दिया।
लोकायुक्त के निर्देश पर सीबीआई की लखनऊ यूनिट ने प्रकरण का केस दर्ज कर लिया। बैंक अधिकारी और डॉ. सुदामा प्रसाद विद्यास्थली से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि सीज खाता विद्यास्थली का ही है। कुछ विवाद के चलते खाते को सीज किया गया था और बाद में इससे पैसे निकल गए। अब सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई के अधिकारियों ने शाहजहांपुर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
विद्यास्थली का खाता सीज चल रहा है, लेकिन पैसे के गबन आदि के संबंध में सीबीआई की ओर से रिपोर्ट दर्ज करने की जानकारी नहीं है। बैंक खाते का संबंध प्रबंधन से होता है- उज्जवल शुक्ला, प्रिंसिपल, डॉ. सुदामा प्रसाद विद्यास्थली।
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