KGMU कर रहा लावारिस मरीजों का इलाज, शेल्टर होम में कराया शिफ्ट, परिजनों की तलाश जारी
लखनऊ, अमृत विचार: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के डॉक्टर और कर्मचारियों ने दो लावारिस मरीजों का इलाज किया। स्वस्थ होने पर शेल्टर होम में भी शिफ्ट करा दिया। साथ ही दोनों के परिजनों की भी तलाश की जा रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि करीब दो महीने पहले कुछ समाजसेवियों ने पुलिस की मदद से अनूप (40) व शिव कुमार (65) को ट्रॉमा सेंटर लेकर आए थे। मरीज अनूप के पैर में घाव और सड़न के कारण कीड़े पड़ गए थे। दोनों को सर्जरी विभाग में डॉ. पंकज सिंह के देख-रेख में भर्ती कराया गया। करीब 7 सप्ताह तक चले इलाज के बाद मरीज स्वस्थ हैं। काफी प्रयास के बाद भी उनके परिजनों के बारे में जानकारी नहीं हो सकी। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सुरेश कुमार के निर्देश पर चिकित्सा विश्वविद्यालय में स्थापित रोगी कल्याण कार्यालय के नोडल अफसर अखिलेश त्रिपाठी और समाजसेवी गुरमीत के सहयोग से दोनों मरीजों को मिशनरीज ऑफ चैरिटी की ओर से मोहनलालगंज में संचालित शेल्टर होम में शिफ्ट कराया गया है। साथ ही उनके परिजनों की भी तलाश की जा रही है।
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