बरेली: बीडीए और व्यापारी आमने-सामने, शोरूम की सीलिंग पर टकराव बढ़ा
प्रभात नगर में जॉकी शोरूम पर सीलिंग तोड़ने के मामले में बीडीए कड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुटा
बरेली, अमृत विचार। प्रभात नगर में निर्माणाधीन जॉकी शोरूम पर सीलिंग की कार्रवाई के बाद बीडीए और व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ गया है। बीडीए सीलिंग के बाद कोई उसे तोड़ नहीं पाए, इसे ध्यान में रखते हुए नियमानुसार आगे की कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। वहीं व्यापारी बीडीए के अफसरों की संपत्ति की जांच कराने के लिए आयकर विभाग के अफसरों से मिलेंगे।
बीडीए का कहना है कि सीलिंग की निगरानी की जिम्मेदारी संंबंधित थाना पुलिस की है, जबकि व्यापारी नेता बीडीए की कार्रवाई को उत्पीड़न बता रहे हैं। दोनों स्तर से मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। दोनों पक्षों की ओर से दी गई तहरीर पर चौबीस घंटे बीतने पर भी थाना प्रेमनगर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी है।
सूद धर्मकांटा के पास प्रभात नगर कॉलोनी के मुख्य द्वार पर बने जाकी शोरूम के भवन निर्माण के एक हिस्से को बीडीए ने अवैध माना है। अधिकारियों के अनुसार भवन के भूतल और प्रथम तल की दीवारों पर फिनिशिंग का कार्य नियम विरुद्ध कराया है। जब 29 जुलाई भवन पर सीलिंग की कार्रवाई की गई थी तो उसकी निगरानी थाना प्रेमनगर पुलिस को करनी चाहिए थी। सील को शोरूम संचालक एवं मालिक ने क्षतिग्रस्त करके कानून का उल्लंघन कर अपराध किया। इसकी वजह से बीडीए की ओर से मुकदमा दर्ज भी कराया गया था। जब शनिवार को बीडीए की टीम दोबारा सीलिंग करने पहुंची थी तो व्यापारियों से जमकर नोकझोंक हुई थी। सहायक अभियंता की ओर से कई व्यापारियों के खिलाफ नामजद तहरीर देने के कारण मामला और गर्म हो गया है। इस मामले को लेकर व्यापारी संगठन भी आगे की रणनीति बना रहे हैं कि अगर कार्रवाई हुई तो वह भी बीडीए के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
सुलह या फिर बढ़ेगा टकराव, प्रशासन और पुलिस के पाले में है गेंद
बरेली, अमृत विचार: प्रेमनगर थाने में शनिवार की शाम रोहित शौरी ने प्राधिकरण के कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी तो बीडीए के सहायक अभियंता अनिल कुमार ने व्यापारियों, भवन मालिक, शोरूम संचालक सहित अन्य खिलाफ तहरीर दी है। अभी दोनों पक्षों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस भी असमंजस में है कि कार्रवाई से मामला और तूल न पकड़ ले। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी नजर रखे हुए हैं। वह पूरे प्रकरण पर सही कार्रवाई और मामला शांत कराने में जुट हुए हैं। जबकि दूसरी तरफ व्यापारी बीडीए की कार्रवाई को लेकर लखनऊ से लेकर बाकी दूसरी जगहों के व्यापारी संगठन संपर्क में हैं कि आगे की कार्रवाई को लेकर क्या किया जाए। सोमवार व्यापारी नेता बैठक करने की योजना बना रहे हैं।
सीलिंग के बाद खुले शोरूम को लेकर खूब रही चर्चा
शोरूम को बीडीए ने सील कर मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके बाद भी सीलिंग को तोड़ कर रविवार को शोरूम खोला गया। इसको लेकर चर्चा होती रही कि जल्दबाजी में कोई कार्रवाई करने की मूड में अधिकारी नहीं है। इस वजह से शोरूम सीलिंग के बाद भी खुला हुआ है।
नियमानुसार की जाएगी कार्रवाई, बीडीए निष्पक्ष
उपाध्यक्ष बीडीए मनिकंडन ए ने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। बीडीए निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है। अगर किसी की कोई शिकायत है तो उसकी जांच हो जाएगी पर नियमों को तोड़ना गलत है। सीलिंग की कार्रवाई के बाद निगरानी करना स्थानीय पुलिस का काम होता है।
अफसर पहले करा रहे जांच, फिर रिपोर्ट की बात कह रहे
प्रेमनगर थाने में 24 घंटे के बाद भी रविवार रात तक पुलिस ने न बीडीए और न ही व्यापारी की तहरीर पर कोई रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस अफसर पहले मामले की जांच करा रहे हैं और जांच के बाद रिपोर्ट कराएंगे। कई अफसर प्रकरण में कुछ बताने से बच रहे हैं। इस मामले में एसपी सिटी मानुष पारीक का कहना है कि बीडीए और व्यापारियों की तरफ से एक दूसरे के विरुद्ध तहरीर दी गई है। दोनों पक्षों से मिली तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। जांच जल्द पूरी कर रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीडीए के अधिकारियों की संपत्ति की जांच की करेंगे मांग
शहर के एक रेस्टोरेंट में रविवार को संयुक्त व्यापार मंडलों की बैठक में तय हुआ कि सोमवार को संयुक्त रूप से इनकम टैक्स कमिश्नर को ज्ञापन देकर बीडीए के अधिकारियों की संपत्ति की जांच की मांग करेंगे।बैठक में व्यापारी नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार से व्यापारियों के साथ व्यवहार किया गया, वह बहुत निराशाजनक था। व्यापारी समाज में अपनी एक प्रतिष्ठा रखता है और मान सम्मान व्यापारी का प्रतिष्ठान होता है। जिस प्रकार से अधिकारियों की ओर से जबरदस्ती दुकान पर सील लगाने का काम किया जा रहा था, वह बहुत ही निंदनीय है।
राष्ट्र जागरण उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजकुमार राजपूत ने कहा कि सोमवार को इनकम टैक्स के अधिकारियों से मिलकर बरेली में जितने भी अधिकारी पिछले कई साल से जमे हुए हैं इनकी संपत्ति की जांच की मांग की जाएगी। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने कहा कि कर्मचारियों की ओर से पैसा लेकर निर्माण होने दिया जा रहा है। इसके बाद अधिकारी इस निर्माण पर दोबारा जाकर ब्लैकमेल कर पैसा वसूलने का काम कर रहे हैं।
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि जितने भी निर्माण वर्ष 2021 से पहले के किए गए हैं। उसकी जांच न कर वर्तमान में जो निर्माण किया जा रहे हैं, उसकी जांच बीडीए के अधिकारियों और कर्मचारियों को करना चाहिए और पुराने किसी भी निर्माण पर बीडीए के अधिकारियों को कार्रवाई से बचना चाहिए। इससे अधिकारियों का विश्वास व्यापारियों में भी बना रहेगा और आपस में किसी प्रकार के कोई टकराव की संभावना नहीं होगी।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर महामंत्री सुदेश अग्रवाल ने कहा कि अगर अधिकारी और कर्मचारी अपनी आदत में सुधार नहीं लाएंगे तो व्यापारी एकजुट होकर पूरे बरेली के बाजार को बंद करने का काम करेगा।
उत्तर प्रदेश व्यापारी सुरक्षा फोरम के महानगर अध्यक्ष रामकिशन शुक्ला ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों के व्यवहार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर सभी व्यापार मंडल की ओर से आंदोलन किया जाएगा। महानगर अध्यक्ष सुरेंद्र रस्तोगी ने कहा कि अधिकारियों को अपने इस रवैया को रोकना होगा। व्यापारी इस दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने व्यापारी के शोषण पर रोष जताया और कहा कि इसकी जांच कमिश्नर से करवाई जाए। मंडल प्रभारी विशाल मेहरोत्रा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रोजगार सृजन के लिए और प्रदेश में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्टमेंट मीट कर रहे हैं। वहीं, उनके अधिकारी व्यापारियों का शोषण कर रहे हैं, कैसे सरकार और व्यापारियों में विश्वास उत्पन्न होगा। इस दौरान सोनू गुजराल, मनु बख्शी, मोहक अग्रवाल, अनुज सक्सेना,जतिन, मनजीत सिंह, पिनक बख्शी, अमित द्विवेदी, राजकुमार जी, विक्की बग्गा, अमित भारद्वाज, अरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।