CM Yogi के आदेश का कानपुर में नहीं हो रहा पालन: नौबस्ता-हमीरपुर हाईवे पर सड़क कम, गड्ढे ज्यादा, अधिकारी नहीं ले रहे मरम्मत कराने की सुध
कानपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद भी सड़कों की सही से मरम्मत हो रही है और न ही गड्ढे भरे जा रहे हैं। मानो जैसे मुख्यमंत्री का आदेश एनएचएआई विभाग पर लागू न होता हो। शहर से निकले हाईवे पर न सिर्फ बड़े-बड़े गड्ढे हैं, बल्कि कई जगहों पर सड़क कटी हुई है और बजरी फैली है। जिसकी वजह से प्रतिदिन हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अमृत विचार की टीम नौबस्ता बाईपास पहुंची। यहां पर नौबस्ता बाईपास जैसे ही पार किया, बीच हाईवे पर एक बड़ा गड्ढा एनएचएआई विभाग की नाकामी को उजागर कर रहा था। यहां से पांच कदम आगे बढ़ने पर फिर एक बड़ा गड्ढा नजर आया। नौबस्ता गल्ला मंडी की तरफ बढ़े तो थोड़ी दूर आगे सड़क बीच से कटी हुई थी और गड्ढा भी था। यहां से आगे बढ़ने पर गड्ढे और बड़े होते जा रहे थे।
खासकर डिवाइडर की तरफ तो सड़क काफी खराब थी। सड़क पर काफी बजरी फैली हुई थी। चौराहा के पास सड़क पर कंकरीट फैली हुई थी। इस चौराहे को पार किया तो हाईवे की आधी सड़क उबड़-खबड़ थी और पानी फैला था। मेट्रो के पिलरों के किनारे सड़क की काफी दुर्दशा थी। यहां पर दो से तीन जगहों पर आठ से 10 फीट तक गिट्टी पड़ी थी।
नौबस्ता बाईपास से लेकर हिंद चश्मा वाले के सामने तक हाईवे पर छोटे व बड़े मिलाकर करीब तीन सौ गड्ढे और सड़क खराब नजर आई। हिंद चश्मा वाले के सामने से लेकर नवीन गल्लामंडी तक सड़कों पर गड्ढे कम थे। नवीन गल्लामंडी से लेकर नौबस्ता की ओर चलने पर सड़क थोड़ी ठीक थी। लेकिन नौबस्ता के पास पहुंचने पर सड़क उबड़-खबड़ थी।
बोले लोग
रवि कुमार ने बताया कि नौबस्ता बाईपास के पास हमीरपुर की तरफ बढ़ने पर हाईवे की सड़क काफी खराब है, जिसके कारण आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वत्सल सिंह ने बताया कि सड़क पर गड्ढे होने की वजह से ई-रिक्शा या ऑटो से सफर करने पर काफी समस्या होती है। कई बार तो वाहनों के पलटने का भी डर सताता रहता है।
संजय सिंह ने बताया कि नौबस्ता-हमीरपुर हाईवे की सड़क पर फैली बजरी व गड्ढे के वजह से स्कूटी व बाइक सवारों को अधिक परेशानी होती है, मरम्मत जरूर होनी चाहिए।
आशीष गुप्ता ने बताया कि नौबस्ता बाईपास के पास ही हाईवे की सड़क की काफी दुर्दशा है, जबकि यहां से कई जिलों के लोग निकलते हैं, जो खराब सड़क का ठीकरा शहर पर फोड़ते हैं।
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