Sambhal Violence : बवाल से पहले सीओ ने भीड़ को समझाने के लिए की थी कोशिश, सर्वे के दौरान का सामने आया VIDEO
संभल में 24 नवम्बर को हिंसा से पहले भीड़ को समझाते सीओ अनुज कुमार चौधरी
संभल, अमृत विचार। संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद कुछ लोगों ने सीओ अनुज कुमार चौधरी को बवाल का दोषी बताते हुए बिना वजह भीड़ पर लाठी चलाने का आरोप लगाया था। अब सर्वे के दौरान का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें सीओ जामा मस्जिद के निकट जुट रही भीड़ को समझाकर वापस लौट जाने के लिए मशक्कत करते दिख रहे हैं।
जिस वक्त जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई हो रही थी उस समय सीओ अनुज कुमार चौधरी जामा मस्जिद के बाहर थे और जब लोग इकट्ठा होने शुरू हुए तब उनके पास सबसे पहले अनुज ही पहुंचे थे। जब पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटना हो गई तब मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि लोग शांति से खड़े थे लेकिन सीओ अनुज कुमार चौधरी ने बिना वजह लाठी चला दी जिससे लोग भड़क गए। इस आरोप के जवाब में शनिवार को एक वीडियो सामने आया जिसमें सीओ झगड़े के नुकसान समझाकर लोगों को वापस चले जाने के लिए कह रहे हैं। 4 मिनट से ज्यादा के इस वीडियो में सीओ के आसपास मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ नजर आ रही है।
सीओ लोगों को समझाकर कहते दिख रहे हैं कि अंदर सर्वे हो रहा है जो पिछली बार नहीं हो पाया था। एक शख्स से कहते हैं कि इन लोगों से कहो कि सब घर चले जाएं। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने कहा कि हम तो आपके साथ हैं। तब सीओ ने जवाब दिया कि नहीं तुम्हें देखकर और लोग आ जाएंगे। सीओ कहते दिख रहे हैं कि हमारा भीड़ हटाने का मकसद यह है कि भीड़ में कोई ऐसा व्यक्ति न घुस जाए जो माहौल खराब कर दे। तुम्हारी कमेटी ऊपर है ना। चार लोग दूसरे पक्ष के हैं और चार आपके हैं अंदर हैं। सीओ की बात के जवाब में भीड़ में शामिल लोग कहते हैं कि हम आगे नहीं जा रहे हम यहीं खड़े हैं।
सीओ फिर कहते हैं कि मैं एक बार फिर आपको समझा रहा हूं कि 29 तारीख को कोर्ट में तारीख है, उससे पहले सर्वे होना है। इन लोगों ने कहा था कि पिछली बार सर्वे नहीं हो पाया था इसलिए दोबारा आए हैं। सीओ ने कहा कि आप लोग सुबह सवेरे सर्वे होने की बात कह रहे हैं तो सुबह का समय इसलिए रखा गया है कि ताकि बहुत ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो और कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो। भीड़ में से एक व्यक्ति कहता है अचानक क्यों हो रहा है सर्वे तो सीओ जवाब देते हैं कि अचानक कुछ नहीं है तुम्हारी कमेटी को बताकर सबकुछ हो रहा है। हम यह चाहते हैं कि शांति बनी रहे। कुछ हुआ तो माहौल बहुत दूर तक खराब हो जाता है।
सीओ ने कहा कि तुम कोर्ट पर विश्वास करते हो पूरा देश कोर्ट पर विश्वास करता है। यदि किसी ने दायर कर भी दी याचिका तो सभी पक्षों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। भीड़ में शामिल लोग सवाल करते हैं कि दो घंटे में आखिर कैसे आर्डर आ गया यह कौम का मसला है किसी एक आदमी का मसला नहीं है। इसके बाद भीड़ से शोर शराबे जैसी आवाजें आने लगती हैं। सीओ समझाते हुए कहते हैं कि इससे पहले सीएए एनआरसी संभल में हुआ था। कितनी परेशानी लोगों को होती है भीड़ का कोई रूप नहीं होता। भीड़ में कुछ लोग ऐसे होते हैं तू तो एक पत्थर मारकर भाग जाएगा। सीओ ने कहा कि आपकी आस्था की मैं कद्र करता हूं लेकिन हमें भी अपना लॉ इन आर्डर संभालना है।