बरेली: क्लास में बैठे बच्चे दबाने लगे अपना गला, नवाबगंज के स्कूल में अजीब घटना से टीचर्स भी हैरान

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

एक के बाद एक बेहोश हुए बच्चे, अंधविश्वास के चलते परिजन दौड़े तांत्रिकों के पास

बरेली, अमृत विचार। नवाबगंज क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल से अजीबो गरीब मामला सामने आया। क्लास में बैठ-बैठे बच्चे अचानक बच्चे अपना गला खुद दबाने लगे। इतना ही नहीं इन बच्चों ने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया और एक के बाद एक बेहोश हो गए। स्कूल के टीचर्स भी ये मामला देखकर हैरान रह गए। कुछ बच्चों को सीएचसी भेजा गया है, तो कुछ को उनके परिजन झाड़-फूंक करने वालों के पास लेकर चले गए। वहीं होश में आए कुछ बच्चों ने बताया कि ऐसा लगा जैसे कोई उनका गला दबा रहा है।

पूरी घटना शनिवार दोपहर करीब तीन बजे की बताई जा रही है, नवाबगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय ईंध जागीर में कक्षा छह के बच्चे रोज की तरह पढ़ाई कर रहे थे। तभी एक छात्रा की तबियत अचानक बिगड़ गई। छात्रा अपना गला खुद दबाने लगी और फिर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। इसके बाद तो एक के बाद एक करीब सात बच्चे बिल्कुल इसी तरह से व्यवहार करने लगे। स्कूल के शिक्षक कुछ समझ पाते इससे पहले ही एक के बाद एक बच्चों ने बेंच से गिरकर बेहोश होना शुरू कर दिया। पूरे मामले से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बदहवास छात्रा जोर-जोर से चिल्ला रही है। छात्रा को शिक्षक उठाने संभालने का प्रयास कर रहे हैं। उधर जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।

तबियत बिगड़ने से पहले खाया था मिड डे मील
इस घटना से पहले स्कूल के बच्चों ने मिड डे मील भी खाया था। प्रधानाचार्य सुषमा ने बताया कि मिड डे मील में शनिवार को आलू व पनीर की सब्जी बनी थी। कुल 117 बच्चों ने मिड डे मील खाया था। मगर तबियत तो केवल सात बच्चों की बिगड़ी है। बच्चों की तबियत कैसे बिगड़ी ये अपने आप में एक सवाल है। उन्होंने बताया कि बच्चे अचानक बेहोश होकर गिरने लगे और शोर मचा रहे थे। कुछ बच्चे अपना गला खुद दबा रहे थे। 

बच्चों के बीच फैला अंधविश्वास, हो रही ये चर्चा
बच्चों के बीच अंधविश्वासी चर्चा होती दिखाई दी, एक छात्र ने बताया कि उसने अजीब से व्यक्ति को देखा जो सबका गला दबा रहा था। बच्चों के बीच भी इस तरह की चर्चा आम हो गई। जिसके बाद कुछ बच्चों के परिजन उन्हें झाड़-फूंक करने वालों के पास लेकर चले गए। हालांकि कुछ सीएचसी ले जाया गया। जहां हालत ठीक होने पर बाद में उन्हें घर भेज दिया गया।

पेट दर्द की शिकायत पर दी दवा
उधर सीएचसी के डॉक्टर अमित गंगवार ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूल पहुंची थी। बच्चों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा था जैसे कोई उनका गला दबा रहा है। कुछ बच्चों ने पेट दर्द की शिकायत की तो उन्हें दवा दी गई है। ऑक्सीज का लेवल भी नॉर्मल था। बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।

ये भी पढ़ें - बरेली की महिलाओं को लगी नशे की लत, आखिर क्यों बन रहीं तस्कर? पढ़ें पूरी खबर

 

संबंधित समाचार