कासगंज: दलित दूल्हे का घोड़ी चढ़ना गुजरा नगवार तो किया बारातियों पर हमला
दलित दूल्हे को रंगशाला से उतारा, सवर्ण जाति के लोगों पर मारपीट का आरोप
कासगंज, अमृत विचार। सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव में दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठकर बारात चढ़ाना नागवार गुजरा। एक विशेष जाति के लोगों ने दूल्हे को रंगशाला से उतार कर बारातियों और रंगशाला कर्मियों के साथ मारपीट की। बारात में भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस भी समाधान करने में नाकाम साबित रही। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस की देखरेख में बारात चढ़त की रस्म पूरी की गई।
थाना सोरों क्षेत्र के गांव इस्माइल पुर निवासी सतीश कुमार पुत्र शिव सिंह की शादी सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव भैंसोरा बुजुर्ग निवासी हेतराम की बेटी बबली के साथ तय हुई थी। बारात 29 नवंबर को आना सुनिश्चित किया गया। गांव में बारात की तैयारियां पूरी कर की गई। घर में बारातियों के स्वागत की तैयारी चल रही थी। निर्धारित तिथि पर बारात गांव में पहुंची। बारात के दौरान दूल्हा रंगशाला पर बैठ गया। सतीश का आरोप है कि तभी गांव के सवर्ण जाति के लोग भी पहुंच गए। बारात चढ़ने से मना किया, लेकिन दूल्हा रंगशाला से नहीं उतरा। इसी बीच गांव के लोगों ने जाति सूचक गालियां दीं। विरोध करने पर रंगशाला और बारातियों के साथ जमकर मारपीट की गई। बाराती घायल भी हो गए। कई बाराती डर की वजह से भाग गए। दूल्हे को नीचे उतार लिया। वधु पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। बारातियों ने घटना की जानकारी डायल 112 पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए।
पुलिस की मौजूदगी में चढ़ी बारात
बाद में सदर कोतवाली इंस्पेक्टर भी मौके पर पहुंचे। उनकी देखरेख में बारात चढ़त की रस्म अदा की गई। इंस्पेक्टर कासगंज सदर कोतवाली लोकेश भाटी ने बताया कि गांव भैसोरों बुजुर्ग में दलित युवक की बारात आई हुई थी। बारात को किसी ने चढ़ने से नहीं रोका, थोड़ी कहासुनी हो गई थी, लेकिन बारात पूरे गांव में विधिवत रूप से चढ़ी है।
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