लखीमपुर खीरी : खंभारखेड़ा चीनी मिल ने बंद की पेराई, सकते में किसान
दो क्रय केंद्र छिन जाने से नाराज है मिल प्रशासन
महेवागंज, अमृत विचार। दो गन्ना क्रय केंद्र छिन जाने से आहत खंभारखेड़ा चीनी मिल प्रशासन ने शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मिल अधिकारियों ने शुक्रवार को पेराई तक बंद कर दी। इससे गन्ना लेकर चीनी मिल पहुंचे किसान सकते में हैं। हालांकि मामले में मिल प्रबंधन ने चुप्पी साध रखी है।
बता दें कि ऐरा चीनी मिल से काटकर चहमलपुर और मठियापुरवा गन्ना क्रय केन्द्र खंभारखेड़ा चीनी मिल से जोड़ दिए गए थे, जिसका किसान विरोध कर रहे थे। वहीं खंभारखेड़ा मिल प्रबंधन का तर्क है कि यह दोनों केन्द्र चीनी मिल स्थापना वर्ष 2006 से 2021 तक उनके पास ही थे, इसलिए इन केन्द्रों को खंभारखेड़ा चीनी मिल के अंतर्गत ही रहना चाहिए। उधर, किसानों की मांग पर प्रमुख सचिव ने गन्ना आयुक्त को मामले में संज्ञान लेकर उचित निर्णय लेने के आदेश दिए थे, जिसके तहत गन्ना आयुक्त ने दोनों केन्द्रों को खंभारखेड़ा मिल से काटकर ऐरा चीनी मिल से जोड़ दिया। इधर इस आदेश के आने के बाद खंभारखेड़ा चीनी मिल में पेराई बंद कर दी गई। किसानों का कहना है कि काटे गए सेंटरों को जोड़ने का दबाव बनाने के लिए मिल की पेराई बंद की गई है। हालांकि मामले में चीनी मिल प्रबंधन ने चुप्पी साध ली है। रोज की तरह शुक्रवार को भी खंभारखेड़ा चीनी मिल के किसान गन्ना लेकर शाम को मिल पहुंचे। मगर, शाम चार बजे से मिल बंद होने की जानकारी मिलने से किसान सकते में आ गए। पेराई बंद होने की वजह के बारे में भी मिल अधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं। मिल सूत्रों के मुताबिक खंभारखेड़ा मिल के दो क्रय केन्द्र दूसरी चीनी मिल को दे दिए गए हैं। ऐसे में दो केंद्र छिन जाने से आक्रोशित मिल प्रबंधन ने पेराई अस्थाई रूप से बन्द कर दी। वहीं गन्ना बेचने चीनी मिल पहुंचे सैकड़ो किसान तौल की आस लगाए मिल परिसर में डटे हैं। मगर, देरशाम तक तौल शुरू न होने से किसानों में भी आक्रोश पनपने लगा है।
प्रमुख सचिव ने मठियापुरवा व चहमलपुर गन्ना क्रय केन्द्र फिर से ऐरा चीनी मिल से जोड़ने का आदेश दिया है। खंभारखेड़ा चीनी मिल बंद होने की सूचना पर मिल अधिकारियों से वार्ता की गई तो बताया गया कि तकनीकी समस्या से मिल बंद है। मिल जल्द शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
वेद प्रकाश सिंह, जिला गन्ना अधिकारी