अमरोहा : संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को जमीयत देगी 5-5 लाख
रजबपुर में हुई जमीयत उलमा-ए-हिंद की बैठक में संभल की घटना पर की गई चर्चा
अमरोहा, अमृत विचार। रजबपुर में गुरुवार को हुई जमीयत उलमा-ए-हिंद की बैठक में संभल की जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने का ऐलान किया गया। इसमें जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमदू मदनी ने संभल के जिम्मेदारों से हिंसा के बारे में जानकारी ली। बैठक में घायलों के बेहतर उपचार के लिए प्रबंध कराने का निर्णय लिया गया।
जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन के जरिये जो अमानवीय कृत्य किया गया है, वह किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। हम न्याय के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। पीड़ित और निर्दोष लोगों को इंसाफ दिलाएंगे। बैठक से पहले मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में जमीयत उलमा-ए-हिंद का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा में घायल हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए टीमएमयू के अस्पताल पहुंचा। यहां मौलाना महमूद मदनी ने भी घायलों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद संभल की घटना में जान गंवाने वालों और घायलों के बेहतर उपचार के लिए प्रबंध कराने के लिए रिलीफ कमेटी और कानूनी कमेटी का गठन किया जाएगा। मौलाना हकीमुद्दीन ने आरोप लगाया है कि घायल होने के बावजूद पुलिस ने पीड़ितों के पांव में बेड़ियां डाली हुई हैं। अस्पताल में स्थानीय पुलिस दबाव बनाकर उपचार के दौरान घायलों से बयान बदलवा रही है। तीन घायलों के कंधे में गोली लगी है। इनका पुलिस की सख्त निगरानी में उपचार चल रहा है। घायलों में एक युवक मोहम्मद हसन के पिता की लगभग तीन हफ्ते पहले मौत हो गई है। बैठक में जमीयत उलमा-ए-हिंद के संभल, अमरोहा और मुरादाबाद के पदाधिकारी शामिल रहे।