लखीमपुर खीरी : 200 मीटर दौड़ में लाखुन तो 50 मीटर दौड़ में जीएसएम की छात्राओं ने मारी बाजी

ईसानगर में हुईं ब्लॉक स्तरीय बेसिक बाल खेल प्रतियोगिता

लखीमपुर खीरी : 200 मीटर दौड़ में लाखुन तो 50 मीटर दौड़ में जीएसएम की छात्राओं ने मारी बाजी

खमरिया, अमृत विचार। कस्बा स्थित बीबीएलसी इंटर कॉलेज मेंआयोजित ब्लॉक स्तरीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक विनोद शंकर अवस्थी व कॉलेज प्रधानाचार्य की मौजूदगी मे जोरदार ढंग से शुरुआत हुई। प्रतियोगिताओं में 200 मीटर दौड़ में लाखुन तो 50 मीटर दौड़ में जीएसएम के छात्राओं ने बाजी मारी। क्षेत्रीय विधायक ने बच्चों को पुरस्कृत किया तो उनके चेहरे खिल उठे। 

ईसानगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों के बच्चों की ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिता शुक्रवार को बीईओ अख़िलानंद राय की अध्यक्षता में आयोजित हुई। ब्लॉक स्तरीय इन प्रतियोगिताओं में न्याय पंचायत स्तर के चैम्पियन खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। फर्राटा दौड़ लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही, जिसमें लाखुन व जीएसएम की छात्राओं ने बालिकाओं की इस स्पर्धा में 50 मीटर की रेस में जोरदार प्रदर्शन करते हुए खड़वामीतमऊ की मानसी, जीएसएम की फलक शुक्ला व पूनम ने रेस अपने नाम की। वहीं 200 मीटर रेस में लाखुन की सीमा ने प्रथम, सुमैया ने दूसरा व जसवन्तगर की मोहिनी ने तीसरा स्थान हासिल किया। बालिकाओं की प्राथमिक स्तर की लंबी कूद में जसवन्तगर की शिल्पी,ईश्वरा की आरती व जेठरा की चांदनी के बाजी मारकर अपने स्कूल का नाम रोशन किया। इसके अलावा कबड्डी में बालक वर्ग में मोहम्मदापुर तो बालिका वर्ग में जसवन्तगर के बच्चों ने अपना परचम लहराया। इसके अलावा अन्य खेलों में भी बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। विजयी प्रतिभागियों को बीईओ अखिलानंद राय, शिक्षक संघ के अध्यक्ष, मंत्री लालता वाजपेयी, रमेश चंद्र नागर, प्रदीप वर्मा, रविंद्र कुमार , राजेश यादव, दुर्गेश श्रीवास्तव, सर्वेश जायसवाल आदि ने प्रशस्ति पत्र के साथ पुरस्कृत किया। इस दौरान आशीष मिश्रा, विनय वर्मा, सुरजन सिंह कुशवाहा, अनिल कुमार कटियार, विनय वर्मा, बसंत कुमार, बेदप्रकाश, तीर्थ राम सहित अन्य अध्यापकों ने रेफरी की भूमिका निभाई। वहीं कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षिका रश्मि जायसवाल, शालिनी तिवारी, अर्चना दुबे, अर्चना सिंह, शिखा देवी, मीरा गुप्ता, शैलजा सिंह, शालिनि श्रीवास्तव, सरोजनी देवी, शिल्पी श्रीवास्तव समेत अन्य शिक्षक व शिक्षिकाएं मुख्य रूप से मौजूद रहीं।