संभल : कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच अदा हुई जुमे की नमाज, सुबह से डीआईजी, कमिश्नर संभाले रहे मोर्चा

जामा मस्जिद में सीमित संख्या में ही लोगों ने अदा की नमाज

संभल : कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच अदा हुई जुमे की नमाज, सुबह से डीआईजी, कमिश्नर संभाले रहे मोर्चा

संभल, अमृत विचार। संभल में जुमे की नमाज को लेकर शहर छावनी बना रहा। बेहद कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच जामा मस्जिद में सीमित संख्या में मुसलमानों ने नमाज अदा की। संभल में पुलिस बल की तैनाती के साथ सतर्कता अभी जारी रहेगी। शुक्रवार शाम को छठे दिन इंटरनेट से पाबंदी हटी तो लोगों ने राहत की सांस ली। संभल में माहौल बिगड़ने की आशंका से बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि शनिवार से बाजार में चहल पहल की उम्मीद जाहिर की जा रही है। समाजवादी पार्टी के शिष्टमंडल ने आज संभल आने की घोषणा की है लेकिन प्रशासन सपा नेताओं को आने देगा ऐसा अभी नजर नहीं आ रहा है।

जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान रविवार को हुई हिंसा के बाद से संभल में तनाव के माहौल के बीच भारी पुलिस बल तैनात है। बवाल के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज पर शांति व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन ने संभल को छावनी में तब्दील कर दिया। डीआईजी मुनिराज जी सुबह 9 बजे सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने सबसे पहले जामा मस्जिद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेकर पुलिस कर्मियों को उनकी जिम्मेदारी समझाई। इसके बाद वह आरएएफ के जवानों की बड़ी टुकड़ी लेकर संभल में पैदल मार्च के लिए निकल पड़े। डीआईजी ने शहर के तमाम इलाकों में पैदल मार्च किया। इस दौरान उन्होंने जगह-जगह रुक कर मुस्लिम समुदाय के लोगों से बातचीत कर शांति व्यवस्था बनाए रखने व बेखौफ होकर अपने प्रतिष्ठान खोलने का आह्वान किया। कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह ने भी रविवार को हुई हिंसा वाली जगहों पर जाकर हालात देखे। जिलाधिकारी डॉ.राजेंद्र पैंसिया व पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई सुबह पहले चंदौसी न्यायालय परिसर में पहुंचे। वहां अदालत में मुकदमे की सुनवाई के लिए 8 जनवरी की तारीख दे दी तो दोनों अधिकारी संभल आ पहुंचे। रविवार को जामा मस्जिद के सामने टंकी वाले रास्ते पर जहां भीड़ ने पथराव, फायरिंग व आगजनी की थी वहां शुक्रवार को हरेक 10 मीटर के अंतराल में पुलिस जवानों की टुकड़ियां तैनात की गई थीं। हिंदूपुरा खेड़ा क्षेत्र में जहां पथराव हुआ था वहां भी इसी तरह पुलिस मुस्तैद थी। सुबह से पुलिस की टुकड़ियां इधर से उधर गश्त करती नजर आईं तो कारोबारी सहम गए। असर यह हुआ कि बाजार में अधिकांश दुकानों के शटर गिरे नजर आए और सुबह से शाम तक सड़कों पर सन्नाटे जैसा माहौल रहा। जामा मस्जिद के आसपास ड्रोन से लगातार निगरानी की जाती रही। वहीं सीसीटीवी कैमरे की मानीटरिंग कर आने जाने वालों पर नजर रखी गई।