ABVP ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 55 लाख से अधिक नए सदस्यों के साथ अब होगी नई शुरूआत
शिक्षा की गुणवत्ता, शुल्क वृद्धि, खाद्यान्न मिलावट, भारत की अंतराष्ट्रीय मंचों पर कूटनीति, मणिपुर हिंसा सहित 5 विषयों पर प्रस्ताव पारित हुए। इस वर्ष 2024-25 में अभाविप ने 55,12,470 नए सदस्य बनाए।
लखनऊ, अमृत विचारः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 22, 23 व 24 नवम्बर को आयोजित किया गया। अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन कई ऐतिहासिक अनुभवों का गवाह बना। इसमें लघु भारत, अनेकता में एकता, तथा विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन करने के अवसर मिले। इस दौरान एबीवीपी द्वारा प्रस्तावित कई प्रस्तावों को भी मंजूरी मिली। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता, शुल्क वृद्धि, खाद्यान्न मिलावट, भारत की अंतराष्ट्रीय मंचों पर कूटनीति, मणिपुर हिंसा सहित 5 विषयों पर प्रस्ताव पारित हुए। शुक्रवार की हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सृष्टि सिंह ने महिलाओं से जुड़े कई मुद्दों पर भी बात। उन्होंने कहा कि किस तरह महिलाएं आज भी अपने से जुड़ी कई गंभीर और जरूरी बातों के लिए अनजान हैं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि एबीवीपी समय-समय पर कई अपने आयोजनों के जरिए महिलाओं और छात्रों को जागरूक करने का प्रयास किया करता है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शुभम सिंह सेंगर ने अपने अधिवेशन के कई मुख्य बातों के बारे में भी बताया कि किस तरह हर प्रांत और देश के कोने-कोने से सदस्य इस अधिवेशन में आए। साथ ही कहा कि अभाविप द्वारा महेश्वर से पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी वर्ष पर निकाली गई मानवंदना यात्रा प्रयागराज, अयोध्या से होते हुए अधिवेशन स्थल पर पहुंची। यात्रा के माध्यम से लोकमाता द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टता के पुनरुत्थान हेतु किए गए। प्रयासों को जनसामान्य तक पहुंचाया गया, 21 नवंबर को गोरखपुर पहुंची इस यात्रा का स्वागत अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही और तत्कालीन राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल द्वारा स्वागत किया गया।
अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन महंत अवेद्यनाथ को समर्पित एक विशाल प्रदर्शनी लगाई गयी। विशाल प्रदर्शनी सभागार का नाम 'महंत अवेद्यनाथ मंडप' रखा गया। महंत अवेद्यनाथ को समर्पित प्रदर्शनी में गोरखपुर का वास्तविक इतिहास, स्वाधीनता आंदोलन की गौरवगाथा, विश्वगुरु भारत, विद्यार्थी परिषद का 75 वर्षों का इतिहास, विविध क्षेत्रों में अभाविप के आयामों के कार्य, राष्ट्रीय एकात्मता, पर्यावरण आदि विषय केन्द्र में रहे। 21 दिसम्बर को प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने किया।
अभाविप के महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने पूरे देशभर अभाविप द्वारा किये गए। क्रियाकलापों पर आधारित महामंत्री प्रतिवेदन रखा, जिसमें देशभर में हुए अभाविप के कार्यक्रम, गतिविधियां, आंदोलन तथा 55,12,470सदस्यता के आकड़े की जानकारी दी।
अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सत्र 2024-25 हेतु पुनः निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही और नव निर्वाचित राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी को चुनाव अधिकारी डॉ. प्रशांत साठे ने पदभार ग्रहण कराया गया।
अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन 22 नवम्बर को जोहो कोर्पोरेशन के सीईओ श्री धर वेम्भू द्वारा किया गया। श्रीधर वेम्बू ने स्वावलंबन, इंटरप्रेन्योरशिप, रोजगार, युवाओं को भविष्य के दिशासूत्र, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों को अपने भाषण में प्रमुखता से उठाया।
अभाविप के 69वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अभाविप और विद्यार्थी निधि न्यास के संयुक्त उपक्रम प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार-2024 का वितरण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया। इस वर्ष प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार श्रवण दिव्यांगजनों में कौशल विकास और शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु महाराष्ट्र के ठाणे के दीपेश नायर को को प्रदान किया गया। इस पुरस्कार में ₹ 1,00,000/- की राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह समाविष्ट हैं।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में कुल 5 प्रस्ताव पारित किये गये जिनमें शिक्षा की गुणवत्ता, शुल्क वृद्धि, अति प्रसंस्कृत और मिलावटी खाद्य पदार्थों के स्थान पर जैविक भोजन का आग्रह, अंतराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सधी कूटनीति, मणिपुर हिंसा के संपूर्ण समाधान जैसे गंभीर शैक्षणिक और सामाजिक विषयों पर प्रस्ताव शामिल है।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में संस्कार और मूल्यों से परिपूर्ण गुणवत्तायुक्त शिक्षा की बात विद्यार्थी परिषद करती है। देश एक सुखद दौर से गुजर रहा है भारत रोजगार प्रदान करने का देश बन रहा है। विद्यार्थी परिषद ने इस अधिवेशन में युवा मंच के माध्यम से समर्थ भारत 2047 के विविध संदर्भों में बात की है। समर्थ भारत 2047 के संकल्प की पूर्ति हेतु विद्यार्थी परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रतिबद्ध है। 2047 में प्रश्न किसी का हो उत्तर हमारा होगा अर्थात विश्व की समस्याओं के समाधानकर्ता के रूप में भारत अग्रणी रहेगा।
अभाविप अवध प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र वाजपेयी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद शैक्षणिक दूरदर्शिता के साथ आगामी दिनों में शिक्षा की गुणवत्ता व भारतीय ज्ञान परम्परा को विकसित करने के संदर्भ में वैचारिक विमर्श की दिशा में कार्य करेगी वहीं युवाओं में कर्तव्यबोध की दृष्टि से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम करते हुए आगामी दिनों में 6 दिसंबर सामाजिक समरसता के संदर्भ में प्रान्त में विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य शीतल कुमारी व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सृष्टि सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि छात्राओं के मध्य मिशन साहसी व ऋतुमति अभियान के माध्यम से उनके स्वावलंबन, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान के लिए अभाविप निरंतर कार्य कर रही है। अधिवेशन में छात्राओं की उपस्थिति से देशभर की छात्राओं को आपस में मिलने का अवसर मिला। विद्यार्थी परिषद छात्राओं को नेतृत्व देकर उनके व्यक्तित्व निर्माण का कार्य करती है।
पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शुभम सिंह सेंगर, मयंक अग्रवाल, नवीन आजाद दूबे और फार्माविजन के राष्ट्रीय सह संयोजक आकाश पटेल भी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ेः यूपी न्यूज: एसपी सहित 18 पुलिसकर्मियों पर दर्ज केस 24 घंटे में खत्म, सिपाही ने लगाया था आरोप