मिर्जापुर में बेटियों के साथ ये कैसा मजाक, विवाह संपन्न होने से पहले चल दिये अधिकारी और नेता

मिर्जापुर में बेटियों के साथ ये कैसा मजाक, विवाह संपन्न होने से पहले चल दिये अधिकारी और नेता

मिर्जापुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के लाभार्थियों के साथ शुक्रवार को भद्दा मजाक किया गया। विवाह संपन्न होने से पहले जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि मंच छोड़कर चले गये। बिना शादी संपन्न कराए कुछ लाभार्थियों को विवाह मंत्र को बीच में ही रोककर अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों के हाथों सर्टिफिकेट दिला दिया। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के गैरमौजूदगी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीब बेटियों की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करा रहे है। तो वहीं मिर्जापुर जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई जा रही शादी समारोह में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली सरकार की मंशा पर पानी फेर रही है। गरीब लाभार्थियों का जब विवाह शुरू हुआ तो पहले पंडित के मंत्र को बीच में रोक कर जनप्रतिनिधियों का भाषण दिलाया गया और कुछ लाभार्थियों को मंच पर बुलाकर सर्टिफिकेट देकर जनप्रतिनिधि और अधिकारी मंच छोड़कर निकल गए। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के गैर मौजूदगी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में आए लाभार्थियों की शादी को पुरोहित ने संपन्न कराया। लाभार्थी अपने जनपद के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के आशीर्वाद के लिए इंतजार करते रहे गए। नहीं आने पर लाभार्थी अपने घर के लिए चले गए।

दरअसल, शुक्रवार को मिर्जापुर जिले के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा 272 जोड़ों की शादी कराई गई। शादी समारोह में जिले के 12 ब्लॉकों के, तीन नगर पालिका और एक नगर पंचायत के लाभार्थी शामिल थे। शादी समारोह में जनप्रतिनिधि पूर्व राज्यसभा सांसद राम सकल,छानबे विधायक रिंकी कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया, पहाड़ी ब्लाक के प्रमुख इंद्रमणि पांडेय,अपनादल एस के जिला अध्यक्ष राम लोटन बिंद, अपना दल एस के आईटी मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गेश पटेल और अधिकारियों में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार के साथ अन्य अधिकारी मंच पर मौजूद रहे। लाभार्थी ओमप्रकाश के मुताबिक जब विवाह में पंडित मंत्र बोल रहे थे तो इस दौरान नेता का भाषण भी चल रहा था बीच में पंडित जी के मंत्र को भी रोका गया था। जनप्रतिनिधि भाषण देने के बाद कुछ लाभार्थियों को अपने पास बुलाकर सर्टिफिकेट दे दिया और वहीं से बिना आशीर्वाद दिये चले गये। नेताओं को देखकर अधिकारी भी मंच छोड़ कर चले गए। मंच से अधिकारी और जनप्रतिनिधि के गैरमौजूदगी में पंडित ने शादी संपन्न कराया। 

शादी के कार्यक्रम में लगे एक कर्मचारी ओमप्रकाश बिंद ने बताया की शादी कार्यक्रम जब चल रहा था इस बीच अधिकारी और जनप्रतिनिधि मंच से चले गए थे। जिला पंचायत राजू कनौजिया ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 292 जोड़ों की शादी होनी थी कुछ लाभार्थी नहीं पहुंच पाए हैं यहां पर 272 जोड़ों की शादी कराई गई है मिर्जापुर के विभिन्न ब्लाकों और नगर पालिका नगर पंचायत क्षेत्र से आए हुए लाभार्थियों है मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जो सामान दिए जाते हैं वह इनको दिया जा रहा है। वहीं कार्यक्रम पूर्ण होने से पहले अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के चले जाने के मामले को लेकर जो समाज कल्याण अधिकारी श्रीनेत्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीडी दिलीप सोनकर से बात कीजिए पीडी दिलीप सोनकर ने कहा कि समाज कल्याण अधिकारी बता कीजिये। सभी अधिकारी अपने जवाब से बचते नजर आए।

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