Kanpur: गोल चौराहा से आईआईटी तक इतने लेन की बनेगी जीटी रोड...डीपीआर तैयार, अवैध मकानों व दुकानों को हटाने की कवायद शुरू
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से मिलेगा प्रोजेक्ट को धन
कानपुर, अमृत विचार। गोल चौराहा से आईआईटी कल्याणपुर तक जीटी रोड को 6 लेन बनाने की कवायद तेज हो गई है। एनएच पीडब्ल्यूडी ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है। यह रिपोर्ट अगले माह पीडब्ल्यूडी मुख्यालय भेजी जाएगी। वहां से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय जाएगी।
इस मार्ग की राह में आने वाले अवैध मकानों-दुकानों को हटाया जाएगा ताकि सड़क चौड़ीकरण में कहीं कोई समस्या न आए। पूर्व में इसके चौड़ीकरण में करीब 80 करोड़ रुपये लागत का अनुमान लगाया गया था लेकिन अब लागत करीब 1 अरब रुपये तक पहुंच गई है।
जीटी रोड पर जाम बड़ी समस्या है। आए दिन अतिक्रमण हटाने को अभियान तो चलता है पर दो चार दिन स्थिति ठीक रहती है और फिर दुकानें सज जाती हैं। रावतपुर स्थित हृदय रोग संस्थान तक भी जाम लगता है। कल्याणपुर स्थित मेट्रो स्टेशन से इंद्रा नगर मोड़ तक जाम की स्थिति भयावह रहती है। पनकी क्रासिंग पर भी खूब जाम लगता है।
इस समस्या के समाधान के लिए ही फोर लेन जीटी रोड को अब 6 लेन बनाने की योजना बनाई गई है। इसकी पहल अकबरपुर सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने पिछले साल की थी। तब मंत्रालय से सैद्धांतिक सहमति मिल गई थी। अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है तो कोशिश है कि जल्द से जल्द इसे भेजकर वहां से मंजूरी करा ली जाए। मंडलायुक्त की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समग्र समिति इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट का पहले परीक्षण करेगी। इसके बाद इसे मुख्यालय भेजा जाएगा।
दोनों ओर 3.5-3.5 मीटर चौड़ी होगी सड़क
आईआईटी से गोल चौराहे तक 7 किलोमीटर लंबी सड़क की दोनों ओर 3.5-3.5 मीटर चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। गोल चौराहे से आईआईटी तक 7 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 1400 से अधिक अवैध निर्माण की सूची बनाई है। एक अधिकारी ने बताया कि सड़क बार- बार न खोदनी पड़े इसके लिए किनारे- किनारे डक्ट बनेगी। ताकि बिजली बिजली केबल, टेलीफोन व नेटवर्क की लाइन, सीवर व पानी की लाइनें आसानी से बिछाई जा सकें और उनकी मरम्मत में आसानी हो। 1.5 से 2 मीटर गहरे यूटिलिटी डक्ट का सड़क किनारे निर्माण कराया जाएगा।
अब बनेगी एलिवेटेड रोड की डिजाइन
रामादेवी से गोल चौराहा तक एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहे कंसलटेंट ने मिट्टी के परीक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। अब कंपनी इस मार्ग पर कहां-कहां रैप बनेगी इसका परीक्षण कर रही है। यह कार्य अगले हफ्ते पूरा हो जाएगा। इसके बाद डिजाइन बनाने का कार्य होगा। योजना के तहत डीपीआर में हैरिसगंज पुल को टाटमिल चौराहे पर एलिवेटेड रोड से जोड़ने का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही सर्वे में यह भी देखा जाएगा कि जरीब चौकी क्रासिंग पर प्रस्तावित ओवरब्रिज को इससे जोड़ा जा सकता है या नहीं। पहले 6 लेन एलिवेटेड रोड बनाने की योजना थी पर अब 4 लेन बनाने पर ही विचार हो रहा है।
यह भी पढ़ें- Kanpur: ईडी ने श्याम नगर में की छापेमारी; राज कुंद्रा से जुड़े मामले में हुई कार्रवाई