Bareilly: 'सपा ने संभल में कराए दंगे, मुसलमानों को मरवाया'

Bareilly: 'सपा ने संभल में कराए दंगे, मुसलमानों को मरवाया'
मुख्य वक्ता डॉ इंद्रेश कुमार को मुकुट पहनकर सम्मानित किया।

बरेली, अमृत विचार: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि उपचुनाव में हुई हार को सपा पचा नहीं पा रही है, इसीलिए उसने संभल में अपने नेताओं को भड़काकर मुसलमानों को मरवाया है। उन्होंने कहा कि संभल में दंगा कराने वालों का कुछ नहीं बिगड़ा, लेकिन पांच मांओं के बेटे दुनिया से चले गए।

डॉ. इंद्रेश सोमवार ने ये आरोप जीआईएसी ऑडिटोरियम में भारतीय सद्भावना मंच के तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी ''आओ जुड़े अपनी जड़ से'' में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि सपा ने छल कपट किया है। संभल के मामले में दोनों पक्ष कोर्ट चले गए थे ताकि अमन के साथ समझौता हो जाए, कोर्ट उनके पास नहीं आया था। कोर्ट ने जांच कराकर और असलियत जानने के बाद फैसला करने को कहा था जिसे दोनों ने पक्ष मान लिया था।

उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अल्पसंख्यक समाज के लोगों को आगाह किया कि इन दलों ने मुसलमानों के लिए कोई योजना नहीं लागू की। भाजपा को पता है कि वे वोट नहीं देंगे और उससे नफरत करेंगे, लेकिन इसके बाद भी वह उन्हें आयुष्मान कार्ड, शौचालय, राशन कार्ड और आवास के लिए पैसा दे रही है। वे आरएसएस को गाली देते रहे हैं और सरकार की योजनाओं का फायदा भी लेते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अपनी वंशावली को जानेंगे तो पाएंगे कि कुछ पीढ़ी पहले आप कौन थे, आपका गोत्र क्या था, उनके पूर्वज का परिवार और बाकी लोग कहां हैं। संगोष्ठी के दौरान डॉ. इंद्रेश को मुकुट पहनकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान मंच की संयोजक कल्पना अरुंधति, डॉ. विनोद पागरानी, पवन अरोड़ा, नदीम शम्सी, शाहीन रजा, राजेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र अटल, अखिलेश पाठक आदि मौजूद रहे।

वक्फ बोर्ड का फैसला अंतिम नहीं
डॉ इंद्रेश ने कहा कि वक्फ बिल संशोधन होना चाहिए। इसका फैसला अंतिम नहीं होना चाहिए क्योंकि जब सभी धर्मों के लिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू होता है तो मुसलमानों के लिए भी कोर्ट का ही फैसला अंतिम होना चाहिए। मुसलमानों के अलग-अलग वर्ग के लोग शिया, सुन्नी, फकीर समेत पांच बोर्ड की मांग की गई है। इसमें दो महिला सदस्य भी होनी चाहिए। संपत्तियों का पारदर्शी ब्योरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिफाजत करने के लिए बने मुतावल्ली ही वक्फ संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सरकार उन्हें बचाने का काम कर रही है।

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