बरेली में टूटने लगे मकान, लोगों की अधिकारियों के साथ तीखी झड़प
बरेली, अमृत विचार: कैंट बोर्ड ने बृहस्पतिवार को रक्षा भूमि पर बने मकानों को गिराने का अभियान शुरू कर दिया। भारी विरोध के बीच पहले दिन मदारी की पुलिया और अहीर बस्ती के 12 मकानों में तोड़फोड़ की गई। इस बीच लोग खुद भी अपने अवैध कब्जे हटाने में जुटे रहे।
कैंट बोर्ड की ओर से सदर बाजार, आरए बाजार और बीआई बाजार में सौ से ज्यादा मकानों को अतिक्रमण के रूप में चिह्नित किया है। बोर्ड के अफसरों के मुताबिक ये सभी मकान रक्षा भूमि पर अवैध कब्जा करके बनाए गए हैं। कई दिन पहले ही इन मकानों पर लाल निशान लगा दिए गए थे और उनमें रह रहे लोगों को नोटिस देकर अपना अतिक्रमण खुद हटाने की चेतावनी दे दी गई थी। जिन लोगों का रक्षा भूमि पर आंशिक कब्जा था, उन्होंने तो अपने कब्जे वाले हिस्से खुद तोड़ लिए, बाकी को बृहस्पतिवार को कैंट बोर्ड की टीम ने हटाने की शुरुआत कर दी।
पुलिस फोर्स के साथ सुबह 11 बजे अतिक्रमण हटाने निकली कैंट बोर्ड की टीम ने अपना अभियान मदारी की पुलिया और अहीर बस्ती से शुरू किया। इन दोनों बस्तियों में दिन भर में 12 मकान तोड़े गए। इस दौरान लोगों की कैंट बोर्ड के अधिकारियों के साथ तीखी झड़प भी हुई। यह अभियान दोपहर बाद तक जारी रहा। अफसरों के मुताबिक शुक्रवार को भी टीम अतिक्रमण हटाने के लिए निकलेगी।
लोगों ने की फरियाद तो मौके पर हाल देखने पहुंचे सांसद
कैंट बोर्ड की ओर से बृहस्पतिवार को अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई शुरू होने के बाद तमाम लोग सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार के पास पहुंचे और उनसे फरियाद की कि उन्हें बेघर न होने दिया जाए। लोगों ने सांसद को बताया कि कैंट बोर्ड ने तोपखाना, धोपेश्वर नाथ मंदिर, वाल्मीकि मंदिर, अहीर बस्ती समेत कई इलाकों में ने सौ से ज्यादा घरों को चिह्नित किया है।
इतनी भारी संख्या में लोगों को बेघर कर दिया गया तो वे कहां जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिन्हें कैंट बोर्ड अतिक्रमण बता रहा है, उन मकानों में वे लोग पीढ़ियों से रह रहे हैं। लोगों की गुहार के बाद सांसद ने कैंट इलाके में पहुंचकर कैंट बोर्ड की कार्रवाई का जायजा लिया और उसके अधिकारियों को कुछ निर्देश भी दिए।
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