कमलेश तिवारी Encounter मामला : पत्नी बोली दर्द से चीखते-चिल्लाते थे पति, दबाव बना बेटी से करवाया अंतिम संस्कार
अमृत विचार, लखनऊ : करीब 24 दिन पूर्व जानकीपुरम थानाक्षेत्र से पुलिस एनकांउटर में गिरफ्तार किए गए हिस्ट्रीशीटर कमलेश तिवारी की शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पैर में इंफेक्शन फैलने से हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई है। हालांकि, हिस्ट्रीशीटर की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। पत्नी का कहना है कि इलाज के दौरान पति कमलेश दर्द से चीखते-चिल्लाते थे, उनकी पीड़ा को समझने वाला कोई भी नहीं था। वहीं, पुलिस ने दबाव बना देर शाम को ही गुलाला मुक्तिधाम में हिस्ट्रीशीटर का अंतिम संस्कार कर दिया। सात वर्ष की बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी।
पत्नी ने बयां की दास्तां
दरअसल, ठाकुरगंज के दौलतगंज ब्राह्मणटोला निवासी हिस्ट्रीशीटर कमलेश तिवारी पर बाजारखाला, मोहनलालगंज, दुबग्गा, पारा, तालकटोरा, महानगर, जानकीपुरम, ठाकुरगंज कृष्णानगर कोतवाली समेत शहर के अन्य थानों में कुल 32 अपराधिक मुकदमें दर्ज थे। तालकटोरा और नाका हिंडोला थाने से उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। बीते 22 अक्टूबर को जानकीपुरम और क्राइम ब्रांच पुलिस की संयुक्त टीम ने लूट के आरोप में हिस्ट्रीशीटर कमलेश तिवारी को भिठौली रेलवे क्रॉसिंग के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के पैर पर गोली मारकर उसे गिरफ्तार किया था। पत्नी रूमी तिवारी ने बतायाकि पुलिस की गोली पति के पैर की हड्डी को पार कर निकल गई थी। उन्हें केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। करीब 24 दिन तक वह अस्पताल में भर्ती रहे।
बावजूद इसके उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। बताया कि पति कमलेश दर्द से चीखते-चिल्लाते थे, उनकी पीड़ा को समझने वाला कोई भी नहीं था। इस बीच उन्हें खून की उल्टियां भी होने लगी। जिससे उनकी तबीयत और भी खराब हो गई। जिससे उसकी मौत हो गई। अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी (ADCP north) जितेंद्र दुबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया में पैर में इंफेक्शन (Infection) फैलने से हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई है। चौक कोतवाली पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर का पोस्टमार्टम कराया है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। ऐसे में हिस्ट्रीशीटर की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े हो चुके हैं, लोगों को मनाना है कि अगर पैर में इंफेक्शन फैल रहा था तो हिस्ट्रीशीटर का पैर भी काटा जा सकता था, जिससे उसकी जान बच सकती थी, ऐसें में लोग सेफ्टिक (Seftic) फैलने की आशंका भी जा रहे हैं।
पत्नी बोली पति को घर से बुलाकर ले गई थी पुलिस
पत्नी रूमी ने बताया कि वह पति कमलेश तिवारी के अलावा सास फूलमती तिवारी और सात साल की बेटी के साथ रहती थी। कहाकि 22 अक्टूबर को पति कमलेश परिवारिक सदस्यों के साथ घर में खाना खा रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे पुलिसकर्मी उसके घर पहुंचे। उनके साथ कमलेश का दोस्त अली अब्बास भी था। इस दौरान पुलिस कमरे में घुस कर पति कमलेश को लूट के आरोप में पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर चली गई थी।
अगले दिन यानि 23 अक्टूबर को उन्हें जानकारी हुई कि पुलिस ने पति कमलेश तिवारी को मुठभेड़ में गोली मार दी है। आरोप है कि कमलेश की मौत के बाद पुलिस ने देर शाम को पोस्टमार्टम कराया और गुलाला मुक्तिधाम पर अधेरे में अंतिम संस्कार बनाने का जोर डाला। हालांकि, रूमी ने सनातन धर्म का हवाला देते हुए शाम देर शाम को अंतिम संस्कार करने के लिए मना कर दिया, लेकिन पुलिस ने दबाव बना बेटी की पिता की मुखाग्नि दिलवाई। इस दौरान बेटी परिजनों से यह भी पूछती रही कि पुलिस ने पिता कमलेश को क्यों गोली मारी थी।
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