कासगंज: मिट्टी में दफन हो गई पूजा की तैयारी, रो पड़े दो गांव
गुड्डू यादव, कासगंज। पूजा की तैयारी चल रही थीं, ऐसे में कासगंज में बड़ा हादसा हो गया। मान्यता है कि देवोत्थान पर्व पर सुबह पीली मिट्टी से घर की लिपाई की जानी चाहिए। इसी तैयारी के लिए महिलाएं मिट्टी लेने पहुंच गईं। घर में अनुष्ठान के लिए भी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन यह तैयारी मिट्टी में दफन हो गई।
पर्व को लेकर काफी उत्साह था, लेकिन यह उत्साह गांव रामपुर और कातौर में खत्म हो गया। पूरे गांव में शोक का माहौल बन गया। चार लोगों की मौतों से दो गांव में कोहराम दिखाई दिया। सुबह जब महिलाएं पीली मिट्टी लेने पहुंची तो उत्साहपूर्वक उनमें उल्लास दिखाई दे रहा था।
जैसे ही मिट्टी की ढाय गिरी तो कुछ देर चीखें सुनाई दीं, लेकिन चीखें मिट्टी में दफन हो गईं। आसपास से गुजर रहे लोगों ने बचाव के लिए काफी प्रयास किया। प्रशासन द्वारा किए गए बचाव कार्य के दौरान जब तक कुछ राहत मिल पाती, तब तक किशोरी सहित चार महिलाओं की मौत हो चुकी थी। इस घटना से गांव रामपुर और कातौर में शोक छा गया है।
घरों में हूक, गलियों में सन्नाटा
मृतकों के घरों में रोने वालों की हूक सुनाई दी तो गलियों में सन्नाटा था। हर कोई द्रवित दिखाई दे रहा था और लोग परेशान भी थे।
गए थे लगभग 20 लोग
ग्रामीण राधेश्याम में बताया कि लगभग 20 लोग पीली मिट्टी लेने गए थे। एक पुरुष और बच्चे भी शामिल थे। 19 महिलाएं मिट्टी की खाई में पहुंचने का इंतजार कर रहीं थीं। तब तक यह हादसा हो गया।
फीकी हो गई गन्ने, शकरकंद और सिंघाड़े की मिठास
इस घटना के बाद घरों में गन्ने, सिंघाड़े और शकरकंद की मिठास फीकी हो गई। पहले से ही गन्ने, सिंघाड़े और शकरकंद पूजन के लिए मंगाए जा चुके थे, लेकिन अब लोगों के हलक से यह पूजन सामग्री नहीं उतर रही है।
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