बरेली : प्रॉपर्टी डीलिंग में कमाई का झांसा देकर मां-बेटी से 3.28 करोड़ ठगे, रिपोर्ट दर्ज
आपस में रिश्ते के भाई हैं जालसाज, तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
बरेली, अमृत विचार। प्रॉपर्टी डीलिंग में कमाई का झांसा देकर युवती, उसकी मां और भाई से तीन करोड़ 28 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पैसे मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। कोतवाली पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
रामपुर गार्डन निवासी प्रीती तिक्खा उर्फ प्रीती अग्रवाल ने बताया कि उनकी मां माया देवी से अप्रैल 2016 में बारादरी के ग्रीन पार्क निवासी श्री गंगा इंफ्रासिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार मौर्य से मिले। राजेश ने बताया कि उनकी एक कंपनी जमीन और ब्याज पर पैसे देने का काम करती है। इस धंधे में आमदनी भी अधिक है। 6 मई 2016 को राजेश मौर्य ने कंपनी से जुड़े अपने चंद्रगुप्त मौर्य पुरम निवासी भाई अजय कुमार मौर्या, दिनेश कुमार, ग्रीन पार्क निवासी विश्वनाथ मौर्य और सिविल लाइंस निवासी कृष्णनाथ मौर्य और अपने बेटे मनोज मौर्य से मिलवाया। उनकी मां अजय मौर्य को पहले से जानती थीं। इसलिए उसकी बातों पर भरोसा कर लिया। आरोपियों के कहने पर प्रीती ने 20 लाख रुपये, उनकी मां ने 2.66 करोड़ रुपये, भाई प्रिंस ने 22 लाख रुपये आरोपियों को दे दिए। पूछने पर सभी आरोपी बहाना बनाते रहे कि जल्द ही ब्याज सहित पूरी रकम मिल जाएगी लेकिन आरोपियों ने रुपये वापस नहीं किए।
ठगों ने पीड़ितों से ही जमानत करा ली
प्रीती ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ थाना बारादरी में एक रिपोर्ट दर्ज हो गई, तब आरोपियों ने झांसा दिया कि जमानत करा लो और जमानत होते ही पैसे वापस कर देंगे। भरोसा करके उन्होंने 20 लाख रुपये खर्च करके आरोपियों की जमानत करा ली, लेकिन पैसे वापस नहीं किए, बल्कि अब धमकी देने लगे हैं।
वर्ष 2018 में 13 लोगों से की थी दो करोड़ की ठगी
जालसाज गिरोह के खिलाफ इससे पहले भी रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। वर्ष 2018 में आरोपियों ने कमाई का झांसा देकर सुरेंद्र कुमार, अर्चना सक्सेना, सचिन सक्सेना, दिलीप कुमार, विजय कुमार, नेतराम वर्मा, श्याम यादव, विजेंद्र पाल सिंह, अनिल सिंह, आकाश सक्सेना, योगेंद्र सिंह, ओमपाल, विशाल और अनिल साहू से दो करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी। तब सभी ने संयुक्त रूप से थाना बारादरी में 9 जुलाई 2018 को तहरीर देकर राजेश मौर्या, अजय मौर्या, मनोज मौर्या, दिनेश मौर्य, विश्वनाथ मौर्य, शिवनाथ मौर्या, कृष्णनाथ मौर्य और संदीप सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।