हाय रे गरीबी! बरेली में इस जगह दो वक्त की रोटी भी नहीं हो रही नसीब, न सिर पर छत

हाय रे गरीबी! बरेली में इस जगह दो वक्त की रोटी भी नहीं हो रही नसीब, न सिर पर छत

अनुपम सिंह, बरेली। एक अक्टूबर 2025 तक प्रदेश को जीरो पॉवर्टी घोषित (अत्यधिक गरीबी से मुक्त) करने के लिए जिले में चल रहा दूसरे चरण का सर्वे भी पूरा हो गया है। इस सर्वे में भुता ब्लॉक में सर्वाधिक अति निर्धन परिवार पाए गए हैं। लगभग यही स्थिति शेरगढ़ में भी है। इनमें ज्यादातर परिवार न दो वक्त की रोटी खा पा रहे हैं, न सिर ढकने को उनके पास छत है। हालांकि पहले चरण के सर्वे की तुलना में इस सर्वे में 6,651 परिवार कम हो गए हैं।

प्रदेश में जीरो पॉवर्टी अभियान के तहत सरकार ने हर जरूरतमंद को सरकारी याेजनाओं का लाभ देने की प्राथमिकता जताई है। इस अभियान के तहत अति निर्धन परिवारों को चिह्नित कर योजनाओं से लाभान्वित किया जाना है। शासन के पंचायती राज अनुभाग ने दो अक्टूबर को पत्र जारी कर पहले चरण में हर ग्राम पंचायत में ऐसे परिवारों को चिह्नित करने का आदेश दिया था। पंचायत सहायक, रोजगार सेवक, समूह सखी और बीसी सखियों की टीम बनाकर सर्वे कराने के बाद पहले चरण में पूरे जिले में करीब 29700 अति निर्धन परिवारों को चिह्नित किया गया था। हर ग्राम पंचायत में औसतन 25 अति निर्धन परिवार पाए गए थे।

अभियान के दूसरे चरण में 15 अक्टूबर से पहले चरण में चिह्नित परिवारों का सत्यापन शुरू किया गया। यह सर्वे ग्राम प्रधान, पूर्व प्रधान, प्राइमरी स्कूलों के हेडमास्टर और समूह सखी की अध्यक्षों से कराया गया। सत्यापन पूरा होने के बाद बुधवार को जिले के हर ब्लॉक से अति निर्धन परिवारों की रिपोर्ट जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय भेज दी गई है। दूसरे चरण के सत्यापन के बाद जिले में अति निर्धन परिवारों की संख्या 23049 पाई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इन परिवारों के सदस्यों की अनुमानित संख्या 1,15,245 है। इनमें सर्वाधिक 2269 अति निर्धन परिवार भुता ब्लॉक में पाए गए हैं। सबसे कम 881 क्यारा ब्लॉक क्षेत्र के परिवार हैं।

ब्लॉकवार तैयार की गई अति निर्धन परिवारों की संख्या
दूसरे चरण के सत्यापन के बाद तैयार हुई रिपोर्ट के अनुसार रामनगर ब्लॉक की 59 ग्राम पंचायतों में 1121, फरीदपुर की 78 पंचायतों में 1482, नवाबगंज की 105 पंचायतों में 2104, क्यारा की 44 ग्राम पंचायतों में 881, भदपुरा की 79 पंचायतों में 1778, फतेहगंज पश्चिमी की 87 पंचायतों में 1340, मझगवां की 84 पंचायतों में 1260, बहेड़ी की 108 पंचायतों में 1225, भुता की 92 पंचायतों में 2269, दमखोदा की 73 पंचायतों में 1250, बिथरी चैनपुर की 74 पंचायतों में 1110, भोजीपुरा की 77 पंचायताें में 1232, मीरगंज की 67 पंचायतों में 1678, आलमपुर जाफराबाद की 92 पंचायतों में 2115 और शेरगढ़ की 89 पंचायतों में 2204 अति निर्धन परिवार पाए गए हैं।

अब पोर्टल पर अपलोड की जा रही सत्यापन रिपोर्ट
जीरो पॉवर्टी अभियान के तहत लांच किए गए पोर्टल पर पहले चरण में चिह्नित किए गए परिवाराें को पहले ही अपलोड किया जा चुका है, अब दूसरे चरण के सर्वे में चिह्नित परिवारों को भी अपलोड किया जा रहा है। योजना है कि अब सरकार इन अति निर्धन परिवारों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से भोजन, वस्त्र, शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की सुविधा से लाभान्वित करेगी।

सीएसआर फंड से होगा गरीबों का उत्थान
अति निर्धन परिवाराें का चयन चार मानकों के आधार पर किया गया है। पहला मानक आवासहीन होना, दूसरा कच्चा मकान, तीसरा भूमिहीन और चौथा दिहाड़ी पर मजदूरी से गुजारा करने वाला परिवार है। इन परिवारों को केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराने के अलावा इनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर फंड) की भी मदद ली जाएगी।

ब्लॉकवार अति निर्धन परिवारों का सत्यापन हो गया है। ब्लॉकों से रिपोर्ट आ गई है जिसे पोर्टल पर फीड कराया जा रहा है। चिह्नित किए गए अत्यधिक गरीब परिवार सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होंगे- कमल किशोर, जिला पंचायत राज अधिकारी।

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