लखीमपुर खीरी: छठ पर्व...व्रती महिलाओं ने मंगलकामना संग अस्ताचल सूर्य को दिया अर्घ्य

परिवार संग पहुंची व्रती महिलाएं छठ गीतों से गूंज उठा पूजा स्थल सेठघाट

लखीमपुर खीरी: छठ पर्व...व्रती महिलाओं ने मंगलकामना संग अस्ताचल सूर्य को दिया अर्घ्य

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। सूर्य उपासना का छठ पर्व बृहस्पतिवार को जिलेभर में पंरपरागत तरीके से श्रृद्धा एवं भक्ति के साथ मना। घर के सदस्यों के साथ व्रती महिलाओं ने पूजा स्थल पहुंचकर विधि विधान से पूजन कर पानी में खड़े होकर अस्त होते सूर्य की आरती उताकर अर्घ्य  दिया। इस दौरान पूजा स्थल छठ गीतों से गुंजायमान रहे। वहीं छठ पूजा आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने पूजा स्थल पर व्रती महिलाओं के लिए पूजन संबंधी बेहतर तैयारियां की गई थीं। अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के बाद शुक्रवार को महिलांए ब्रह्ममुहूर्त में सेठघाट पहुंचकर पानी में खड़े होकर उगते सूर्य की उपासना कर अंतिम अर्घ्य देकर व्रत का पारण करेंगी।

चार दिवसीय छठ पर्व के तीसरे दिन सुबह से शाम तक घरों में अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देने की तैयारियां होती रहीं। व्रती महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर सूर्य देवता को अर्पित करने के लिए ठेकुआ प्रसाद बनाया। इसके बाद प्रसाद से भरी डलिया लेकर घरवालों के संग पूजा स्थल सेठघाट पहुंची। महिलाओं ने विधि विधान से पानी में खड़े रहकर घर परिवार वालों की मंगलकामना को लेकर अस्त होते सूर्य देवता का पूजन कर पहला अर्घ्य दिया। इस दौरान सेठघाट छठ गीत सेनुरा सजवले रहीं हे छठी मईया, रउवें में लागल बा आस हो…, जोड़े- जोड़े फलवा, सूरूजदेव घटवा पे तीवाई चढ़ावैले हो, जलबीच खड़ा होई दर्शन ला असरा लगावेले हो…जैसे गीत गूंजते रहे।

आज उगते सूर्य को अर्घ्य  देकर व्रत का पारण करेंगी महिलाएं
खरना के बाद शुरू हुए 36 घंटे के निर्जला व्रत का पाराण शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर होगा। महिलाएं सुबह सेठघाट पहुंचकर सूर्य देवता का जलाभिषेक कर दान-पुण्य करने के बाद प्रसाद व जल ग्रहण कर निर्जला व्रत का पाराण करेंगी।

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