कासगंज: जानिए क्या है लंगड़ा बुखार...कस्बा गंजडुंडवारा बरपा रहा कहर
बुखार आते ही चलने में होने लगती है दिक्कत, लोग परेशान
गंजडुंडवारा, अमृत विचार। गंजडुंडवारा कस्बे में अजीबो गरीब बुखार ने डॉक्टरों को हैरान कर दिया है। इस बुखार में मरीजों के एड़ियों, पैरों व घुटनो में इतना दर्द है कि सीधा चलना मुश्किल है। लिहाजा लोग इसे 'लंगड़ा बुखार' के नाम से पुकार रहे हैं। यह बुखार कस्बा में बुरी तरह फैल गया है।
कस्बे में जहां मौसमी बीमारियों से लोग पीड़ित हो रहे हैं, वहीं अजीबो गरीब बुखार ने भी लोगों को घेर रखा है। दर्जनों लोग इस बुखार से पीड़ित हैं। इस बुखार के आने से पीड़ित चल नहीं पा रहे हैं। इस बुखार को लंगडा बुखार का नाम दिया गया है। स्थानीय लोगों की मानें तो इस तरह का बुखार सुनने और देखने को मिल रहा है, लोग परेशान हैं। मौसमी बीमारी से पीड़ित लोगों की घर-घर चरपाईया बिछी हुई है। हालांकि इसके कोई गंभीर परिणाम नहीं आ रहे हैं, लेकिन पैरों में दर्द के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
बुखार के लक्षण व परेशानी
इस बुखार में तेज बुखार के साथ पैरों में तेज दर्द होता है। एड़ियों और घुटनों में सूजन भी आती है। जिससे मरीज को पैदल चलने में बहुत परेशानी होती है।
इसकी जांच कराने पर न डेंगू निकलता है और न ही चिकनगुनिया। डाक्टरों के अनुसार बुखार के मरीजों में अलग तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। जांच में ना तो डेंगू, ना चिकनगुनिया है। इससे पीड़ितों के पैरों में तेज दर्द, एड़ियों और घुटनों के आसपास सूजन के लक्षण मिल रहे हैं। कस्बे मे ऐसे सैकड़ो बुखार पीड़ित लोग हैं जिन्हे चलने में भी परेशानी हो रही है।
10-15 दिन लंगड़ाते है मरीज
वैसे तो डॉक्टर इसे लंगड़ा बुखार इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसमें मरीज को चलने में बहुत परेशानी होती है। जिससे वह लंगड़ा कर चलता है। यह बुखार चिकनगुनिया की तरह लंबे समय तक परेशान करता है। मरीज ठीक होने के बाद भी 10 से 15 दिन तक ठीक से चल नहीं पाते हैं और लंगड़ाते हैं।
क्या कहते है चिकित्सक
अजीबो गरीब बुखार के बारे मे कस्बे के चिकित्सक डॉ. राजीव गुप्ता बताते हैं कि ये बुखार कमजोर मरीजों को अधिक प्रभावित कर रहा है। कस्बे में ये बुखार ज्यादा फैल रहा है। ऐसे में हो सकता है कि बारिश के बाद कुछ इलाकों में किसी प्रकार का वायरस या बैक्टीरिया पनप गया हो। वैसे हो सकता है कि ये बुखार मच्छरों के काटने की वजह से फैल रहा हो। जिससे संक्रमित होने के बाद लोग लंगड़ा बुखार की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन इस बुखार के फैलने के कारणों की सही तरीके से जांच जरूरी है। यह भी देखना है कि जो मरीज संक्रमित हो रहे हैं उनमें किसी बैक्टीरिया या वायरस के सैंपल तो नहीं हैं। अगर ऐसा कुछ मिलता है तो सतर्क रहने की आवश्यकता है।
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