चम्पावत से गोल्ज्यू संदेश यात्रा हुई शुरू, महिलाओं ने निकाली भव्य कलश यात्रा
टनकपुर, अमृत विचार। द्वितीय श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा का सोमवार को चम्पावत से शुभारंभ हो गया है। यह यात्रा आज 5 नवंबर को प्रातः 10 बजे ककराली गेट टनकपुर पहुंचेगी।यहां यात्रा का भव्य स्वागत होगा।
सोमवार को धरोहर संस्था द्वारा चम्पावत से यह संदेश यात्रा निकाली गई। यह यात्रा कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न स्थानों से होकर पुनः 24 नवंबर को चम्पावत आकर संपन्न होगी। समिति के प्रांतीय संयोजक विजय भट्ट, यात्रा संयोजक सतीश चंद्र पांडे और गोलू मंदिर कमेटी अध्यक्ष श्याम सिंह कार्की द्वारा यात्रा का संचालन किया गया।
इस मौके पर मांगलिक परिधानों में महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली इसमें महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह यात्रा बालेश्वर मंदिर से होकर गोरल मैदान के पास गोल्ज्यू मंदिर पहुंची,जहां देव डांगरों ने अवतरित होकर सभी को आशीर्वाद दिया।
इधर समिति के सचिव एडवोकेट धर्मेंद्र चन्द ने बताया कि सोमवार को सुबह यह संदेश यात्रा चम्पावत से रवाना होगी। मंगलवार सुबह 10 बजे टनकपुर के ककरालीगेट पहुंचेगी।यहां से यात्रा वाहन द्वारा तुलसीराम चौराहे पहुंचेगी। वहा से गोलू देवता के रथ के साथ यात्रा मुख्य बाजार, शास्त्री चौक होते हुए रोडवेज बस स्टेशन के करीब तक पैदल चलेगी।
उन्होंने बताया कि ककरालीगेट में यात्रा के स्वागत से पूर्व भजन गायकों द्वारा सुंदर भजनों का गायन होगा।
उन्होंने क्षेत्र के लोगों से इस संदेश यात्रा में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने का आह्वान किया है।
गोरल देव नाम को अंगीकार किया जाए
जिले के वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी दिनेश चंद्र पांडेय ने कहा है कि न्यायकारी गोरल देव के मूल स्थान से निकल रही संदेश यात्रा की पहल वर्तमान दौर में बेहद प्रासंगिक है। साथ ही देव की मूल अवधारणा और उसके नाम को सार्थक करने के लिए गोल्ज्यू के स्थान पर गोरल देव नाम को अंगीकार किया जाना चाहिए जिससे मूल अवधारणा और उसकी ऐतिहासिकता को उसी के अनुरूप अक्षुण रखा जा सके। उन्होंने कहा है कि इसके लिए सभी को आगे आने की सार्थक पहल करनी चाहिए।
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