Bareilly: सस्ते फर्नीचर के चक्कर में झांसे में आया तहसील कर्मचारी, CRPF अधिकारी बताकर लगाया चूना
बरेली, अमृत विचार : थाना कैंट क्षेत्र के रहने वाले तहसील कर्मचारी से साइबर ठग ने खुद को सीआरपीएफ का अधिकारी बताकर सस्ते दामों में फर्नीचर बेचने का झांसा देकर 60 हजार रुपये ठग लिए। सामान न पहुंचने कर्मचारी को ठगी का अहसास हुआ तो साइबर सेल में मामले की शिकायत की।
सद्भावना काॅलोनी, कांधरपुर निवासी सर्वजीत सागर ने बताया कि वह सदर तहसील में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर संविदा कर्मचारी हैं। उनके पास शनिवार को एक अंजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने संतोष कुमार नाम बताते हुए खुद को सीआरपीएफ का अधिकारी बताया। उसने बताया कि वह बिजनौर में तैनात है लेकिन अब उसका ट्रांसफर जम्मू हो गया है। ऐसे में वह अपना पूरा फर्नीचर बेचना चाहता है।
उसने व्हाट्सएप नंबर पर सोफा, टीवी, एसी, फ्रीज, आलमारी, साइकिल समेत घरेलू सामान की फोटो भेजी। फोटो देखने के बाद सर्वजीत को सामान पसंद आ गया। एक लाख 20 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। इस पर ठग ने पूरे रुपये पहले भेजने की मांग की लेकिन सर्वजीत पहले सामान भेजने की जिद करने लगे। ठग ने झांसे में लेने के लिए सभी सामान को एक ट्रक पर लोड करते हुए फोटो भेज कर पेमेंट करने को कहा। सर्वजीत ने 50 हजार रुपये उसे ऑनलाइन भेज दिए। ठग ने थोड़ी देर बाद दोबारा से फोन कर उन्हें पूरा पेमेंट करने को कहा। सर्वजीत ने दोबारा से 10 हजार रुपये भेज दिए। बावजूद ठग पूरा पेमेंट भेजने की जिद पर अड़ा रहा। सर्वजीत को ठगी का एहसास होने पर वह तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद ठग ने नंबर बंद कर दिया।
एक घंटे में तीन बैंक में भेजे रुपये
सर्वजीत शिकायत करने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां पर साइबर सेल ने ठग की यूपीआई आईडी चेक की तो पाया कि ठग ने पहले आईसीआईसीआई और फिर यूनियन बैंक में और थोड़ी ही देर में उसने पीएनबी बैंक में रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। साइबर सेल मामले की जांच कर रही है।
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