बदायूं: आठ नवंबर को आएगी ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी, 14 को होगा उद्घाटन

गंगा तीरे लगाया जा रहा मिनी कुंभ कहे जाने वाला मेला ककोड़ा

बदायूं: आठ नवंबर को आएगी ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी, 14 को होगा उद्घाटन

बदायूं, अमृत विचार। कादरचौक क्षेत्र में लगने वाले ककोड़ा मेला में सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। मेले में ककोड़ा गांव के देवी मंदिर से 8 नवंबर को विधिवत झंडी लाई जाएगी और मेला स्थल पर पूजा कर झंडी स्थापित की जाएगी। झंडी स्थापित होने के बाद मेले का शुभारंभ हो जाएगा। 14 नवम्बर को मेले का उदघाटन होगा।

मिनी महाकुंभ के नाम से प्रसिद्ध मेला ककोड़ा जिला पंचायत द्वारा आयोजित किया जाता है। जिला पंचायत ही मेले में बिजली, सड़क, हैंडपंप लगवाता है। इस बार जिला पंचायत ने कच्ची सड़कों का जाल बिछाने के बाद मेले में करीब दो दर्जन टॉवर लगाए हैं जिन पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मेला स्थल पर कोतवाली भी बनाई जाती है। इस बार मेले में आठ नवंबर को अस्थाई कोतवाली बन रही है। बसों के लिए स्टैंड बनाया जा रहा है। मेला स्थल के निकट ही बस स्टैंड बनाया जा रहा है। मेला स्थल पर करीब साढ़े चार सौ हैंडपम्प लगाए जा रहे हैं। अभी तक 180 हैंडपंप लगाए जा चुके हैं। शेष हैंडपम्प भी एक सप्ताह में लगा दिए जाएंगे।

कई जिलों की पुलिस रहेगी तैनात
ककोड़ा मेला स्थल पर प्रशासनिक अधिकारियों के अस्थाई कार्यालय बनाए जा रहे हैं। डेरा तम्बू लगाए जा रहे हैं। जिला पंचायत ने सभी विभागों को अलग अलग कार्यालय दिए हैं। सभी के तंबू लगाने का काम किया जा रहा है। गंगा किनारे लगने वाले इस ऐतिहासिक मेले में सुरक्षा की दृष्टि से कई जिलों की पुलिस लगाई जाती है।

शक्ति स्नान घर के पास नहीं भटक पाएंगे पुरुष
गंगा घाट पर बनाए गए शक्ति स्नान घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। गंगा घाट पर पहली बार महिलाओं को शक्ति स्नान घर बनाए जा रहे हैं। शक्ति स्नान घर के आस पास पुरूषों को नहीं जाने दिया जाएगा। गंगा घाट पर पुरूषों के अलग स्नान घर बनाए जा रहे हैं। मेले में पांच नवंबर से बिजली पहुंच जाएगी। इसके लिए खंभे लगा दिए गए हैं, केवल लाइन डाल कर सप्लाई शुरू करनी है।

जानिए क्या बोले प्रशासनिक अधिकारी
अपर मुख्य अधिकारी ककोड़ा मासूम रजा ने बताया कि मेले की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 8 नवंबर को झंडी स्थापित होते ही मेले में तंबुओं का शहर बसना शुरू हो जाएगा। बाहर से आने वाले लोगों से मैदान भरने लगेगा। प्रशासनिक अधिकारी भी आठ नवंबर से यहां पर मौजूद रहेंगे। मेला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं।

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