Kannauj News: जेल में बंद पूर्व सपा नेता नवाब और नीलू यादव हिस्ट्रीशीटर घोषित...इस मामले से चर्चां में आए

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कन्नौज, अमृत विचार। किशोरी से दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव व भाई वीरपाल सिंह नीलू यादव पर कई आपराधिक मामले दर्ज होने पर पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोली है। पुलिस ने इन दोनों भाइयों पर दर्ज मुकदमों की जानकारी देते हुए हिस्ट्रीशीट नंबर जारी कर दिया है।

सदर कोतवाली प्रभारी कपिल दुबे ने बताया कि नवाब सिंह यादव पुत्र चेतराम निवासी ग्राम अडंगापुर थाना कोतवाली कन्नौज हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। एचएस नंबर 197ए है। इसी तरह इनके भाई बीरपाल सिंह उर्फ नीलू यादव पुत्र चेतराम निवासी ग्राम अडंगापुर थाना कोतवाली कन्नौज का एचएस नंबर 208ए है। अपराध नियंत्रण एवं इन दोनों भाइयों की निगरानी को प्रभावी बनाने के उद्देश्य है। 

इन दोनों भाई लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता को देखते हुए आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण एवं निगरानी के लिये पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्द के अनुमोदन पर हिस्ट्रीशीटर के रूप में दोनों भाइयों को सूचीबद्ध किया गया है। 

हिस्ट्रीशीटर नबाब सिंह यादव के खिलाफ पूर्व में बलात्कार, मारपीट, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट समेत कई मुकदमें पंजीकृत हैं। इसी तरह हिस्ट्रीशीटर बीरपाल उर्फ नीलू यादव के खिलाफ मारपीट, गुण्डा एक्ट, गैंगेस्टर, आर्म्स एक्ट से संबंधित मुकदमें पंजीकृत हैं।

बताते चलें कि 12 अगस्त को अपने कॉलेज में किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तारी के बाद से ही नवाब की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गईं थीं। मामले में एफएसएल रिपोर्ट, किशोरी के बयानों, सीसीटीवी फुटेज आदि के मजबूत साक्ष्यों के साथ पुलिस मजबूत पैरवी करते हुए आरोपियों को सजा दिलाने में जुट गई है। 

इस क्रम में गिरफ्तारी के बाद ही दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज हुई। फिर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने गैंगस्टर में कार्रवाई कर दी। इसके बाद अब प्रशासन व पुलिस द्वारा मिलकर आरोपी के नाम अवैध संपत्तियां खंगाले जाने का काम चल रहा है जिसमें अब तक की जांच में 16 करोड़ की संपत्ति ट्रेस की जा चुकी है। इसी मामले में भाई नीलू यादव ने साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया था। साथ ही किशोरी की बुआ को बयान बदलने के लिए रुपयों का लालच दिया था। 

बुआ के किसी परिचित के खाते में चार लाख रुपये ट्रांसफर किए जाने के भी साक्ष्य पुलिस को मिले थे। इस पर नीलू को भी सह आरोपी बनाया था। मामले में इनाम घोषित होने के बाद नीलू ने कोर्ट में समर्पण किया था जहां से जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने नीलू पर भी गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। 

इसके साथ ही किशोरी के साथ दुष्कर्म में सहयोगी बनी बुआ को भी गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी थी। चूंकि नवाब और नीलू पर पहले ही दर्जन भर से ज्यादा मामले दर्ज थे और इस घटना के बाद इनकी संख्या बढ़ गई, तब पुलिस ने दोनों को आधिकारिक तौर पर हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया है। नवाब पर 11 जबकि नीलू पर 14 मामले दर्ज हैं।

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