टनकपुर: परिवहन निगम कर्मचारियों का धरना, निजी बसों के परमिट रद्द करने की मांग

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Published By Bhupesh Kanaujia
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टनकपुर, अमृत विचार। उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश आह्वान पर 6 सूत्रीय मांगों को लेकर टनकपुर परिवहन निगम कर्मचारियों ने टनकपुर कार्यशाला गेट के पास प्रदर्शन कर नारेबाजी की। चालक, परिचालक समेत कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार पर जाने से निगम की बसों का संचालन भी प्रभावित रहा जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों से दो चार होना पड़ा।

बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत परिवहन निगम के कर्मचारी निगम कार्यशाला गेट के पास एकत्र हुए। जहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया बाद में धरना भी दिया गया। इस दौरान यह कर्मचारी 10 वर्षों से अधिक से कार्यरत विशेष श्रेणी, संविदा चालक परिचालकों व तकनीकी कर्मियों को नियमित किए जाने, निजी बसों को राष्ट्रीयकृत राजमार्गों पर परमिट रद्द करने, परिवहन निगम में बस  बेड़े में 500 नई बसे खरीदे जाने, दिल्ली कश्मीरी गेट,आनंद विहार से अवैध बसों का उत्तराखंड में संचालन बंद किए जाने, नैनीताल बस अड्डा परिवहन निगम को तत्काल वापस किए जाने और उत्तराखंड के विभिन्न शहरों से चल रही डग्गामार वाहनों को तत्काल बंद किए जाने की मांग उठा रहे थे।

टनकपुर,लोहाघाट और पिथौरागढ़ डिपो के कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार पर जाने से निगम का कार्य भी खासा प्रभावित रहा। इस दौरान यहां हुई सभा के माध्यम से निगम कर्मचारियों ने कहा कि शासन और निगम प्रबंधन द्वारा निगम में लंबे समय से कार्य कर रहे कर्मचारियों को अभी तक नियमित नहीं किया गया है। उन्होंने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि यदि उनकी इन मांगों पर शीघ्र अमल नहीं हुआ तो वह आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होंगे। इन मांगों को लेकर गुरुवार आज भी कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

धरना प्रदर्शन करने वालों में निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा टनकपुर शाखा के कुंदन सिंह,नीरज सिंह, जमुना, हुकुम चंद, हरीश जोशी, शंकर भट्ट, मनोज मिश्रा,प्रवीण जोशी,शेर सिंह बिष्ट,भूपेश गहतोड़ी,रवि शर्मा ,सुरेंद्र चिलवाल मुकेश महर ,धीरज फर्त्याल, धन गिरी अमित कपूर, हरिमोहन मिश्रा आदि कर्मचारी  मौजूद रहे।

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