बरेली: लोन की शौकीन टीचर दीदी ने बैंक को ही नहीं, अपने मिलने वालों को भी लगाया चूना

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Published By Monis Khan
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शिक्षिका ने सहयोग नहीं करने पर प्रधानाचार्य पर भी बनाया था दबाव

बरेली, अमृत विचार। फर्जी पैन कार्ड से जालसाजी कर करोड़ों का लोन लेने वाली एमबी इंटर कॉलेज में कार्यरत शिक्षिका के कारनामों की परतें उधड़ने लगी हैं। अब जांच में यह भी उजागर हुआ है कि शिक्षिका ने अपने परिचितों को भी लाखों रुपये का चूना लगा दिया है। अब परिचितों ने जांच अधिकारी से मिलकर शिक्षिका  के खिलाफ पत्र देकर अपने पैसे वापस दिलवाने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

दरअसल बीते करीब दो माह पहले इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक और जिलाधिकारी से पूरे मामले की शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर विभागीय स्तर पर इस प्रकरण की जांच प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है और इस हफ्ते के अंत तक जिलाधिकारी और डीआईओएस को सौंप दी जाएगी। 
  
शिक्षिका का कारनामा
शिक्षिका ने अपने अधिकृत पैन कार्ड से जुड़े 24 खातों से 2,04,36,962 और दूसरे पैन कार्ड से जुड़े 4 खातों से 20,68,000 का लोन लिया है। इनमें से सभी पर्सनल लोन, हाउस लोन और कार लोन 5 से 33 लाख के बीच विभिन्न बैंकों से लिए गए हैं। वहीं, जांच अधिकारी के मुताबिक लोन और कर्ज की प्यासी शिक्षिका ने अपने संबंधियों से भी करीब 20 लाख रुपये तक का कर्ज ले रखा है। अब पैसे देने वाले तमाम लोग अपने पैसे दिलाने और लेडी नटवरलाल शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
 
जांच में साथ देने के लिए प्रधानाचार्य पर भी बनाया दबाव 
शिकायतर्ता की शिकायत पर इस मामले की जांच प्रक्रिया बीते अगस्त माह में शुरू हो गई थी। शिकायत और जांच से बौखलाई शिक्षिका ने एमबी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. मनोज कुमार पर भी उसका सहयोग करने का दबाव बनाया गया था। प्रधानाचार्य के मना करने पर शिक्षिका ने उनके साथ गाली-गालौच कर अभ्रद व्यवहार भी किया था। बल्कि प्रधानाचार्य को कानूनी रुप से फंसाने तक की भी धमकी दे चुकी है। इस मामले में प्रधानाचार्य ने 22 अगस्त को प्रेमनगर थाने में तहरीर देकर शिक्षिका के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की थी। हालांकि इस मामले में पुलिस की ओर से अभी तक कोई कारवाई नहीं की गई है। प्रधानाचार्य डा. मनोज कुमार ने बताया कि अगले दिन 23 अगस्त को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा होनी थी, तैयारियों को लेकर ही वह कॉलेज में पहुंचे थे। इसी बीच शिक्षिका ने उनके कक्ष में आकर गाली गलौच और उनसे अभद्र व्यवहार करने लगी। उन्होंने महत्वपूर्ण शासकीय कार्य मे भी बाधा पहुंचाई है। बताया कि इस संबंध में पुलिस के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को भी पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

दूसरे को थमा दिया फोन 
इस संबंध में शिक्षिका से फोन के जरिए बात की गई तो उसने अपना सही परिचय बताने के बाद लोन के संबंध में जानकारी की गई तो उसने फोन किसी और को थमा दिया।
          
जानिए क्या बोले अधिकारी
डीआईओएस  देवकी सिंह ने बताया कि इस प्रकरण की जांच लगभग अंतिम चरण में है। इस मामले में दोषी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तो होगी ही साथ ही स्कूल प्रबंधक को भी कार्रवाई को लेकर पत्र लिखा जाएगा।

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