Kanpur: एनसीसी की ओर से राष्ट्रीय कैडेट कोर का अभियान शुरू: शहर से कोलकाता तक नाव से जाएंगे कैडेट
कानपुर, अमृत विचार। एनसीसी के कैडेट कानपुर से कोलकाता तक गंगा नदी में नाव से जाएंगे। इस अभियान की शुरुआत सोमवार को गंगा बैराज स्थित अटल घाट से की गई। एनसीसी के महानिदेशक की ओर से इस अभियान की शुरुआत की गई।
यह अभियान 76वें गणतंत्र दिवस से पहले एक जश्न के रूप में मनाया जा रहा है। इस अभियान के तहत रास्ते में कैडेट जहां भी रुकेंगे वे उस क्षेत्र के युवाओं को देशप्रेम और वीरता के बारे में जागरूक करेंगे। इसके अलावा बच्चों को प्रेरक कहानियां सुनाकर देश के नाम संदेश भी देंगे।
एनसीसी के महानिदेशक के तत्वावधान में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने 76वें गणतंत्र दिवस से पहले कानपुर से कोलकाता तक एक विशेष नदी नौकायन अभियान शुरू किया। "भारतीय नदियाँ - संस्कृतियों की जननी" विषय पर आधारित इस अभियान को आज कानपुर के अटल घाट से सम्मानित अतिथि स्वर्गीय हवलदार शिव नारायण सिंह, कीर्ति चक्र (मरणोपरांत) की पत्नी वीर नारी श्रीमती बिमला देवी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। वीर नारी श्रीमती सीमा सिंह, स्वर्गीय लांस नायक ज्योति प्रकाश सिंह शौर्य चक्र (मरणोपरांत) की पत्नी, का भी समारोह के दौरान अभिनंदन किया गया। देश भर के सभी 17 एनसीसी निदेशालयों के 528 नेवल विंग एनसीसी कैडेट एनसीसी की डीके व्हेलर नौकाओं में किए गए अभियान में भाग ले रहे हैं।
अभियान का उद्देश्य हमारी महान सभ्यता को जन्म देने और पोषित करने में भारत की नदियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है, और नागरिकों को इन महत्वपूर्ण जीवन रेखाओं और महत्वपूर्ण जल संसाधनों की सुरक्षा, संरक्षण और पुनर्जीवन की तत्काल आवश्यकता के बारे में जागरूक करना है। 'नमामि गंगे' परियोजना के तहत कैडेट पवित्र गंगा नदी के किनारे उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और वाराणसी, बिहार में बक्सर और पटना से होते हुए पश्चिम बंगाल में फरक्का बैराज तक जाएंगे। जैसे ही अभियान पटना में अपने आधे रास्ते पर पहुंचेगा, डीजी एनसीसी इसकी प्रगति की समीक्षा करेंगे और भाग लेने वाले कैडेटों के साथ बातचीत और उनके लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उन्हें प्रोत्साहित करेंगे। इसके बाद यह शक्तिशाली अभियान हुगली के साथ-साथ 45 नौकायन दिनों में 1605 किलोमीटर की दूरी तय करके 20 दिसंबर 2024 को कोलकाता में मैन ओ' वॉर जेट्टी पर संपन्न होगा।
रास्ते में होने वाले आयोजनों में वहां के सामाजिक कार्यकर्ता भी इस आयोजन से जुड़ेंगे। बताया गया कि ‘भारतीय नदियां -संस्कृतियों की जननी’ विषय पर यह नौकायन अभियान आयोजित किया जा रहा है। अभियान के तहत देश की नदियों खासतौर पर गंगा नदी को सवच्छ व निर्मल बनाए जाने का भी आह्वान किया जाएगा।
इस अभियान को यूपी, बिहार और झारखंड और पश्चिम बंगाल और सिक्किम एनसीसी निदेशालय के तीन प्रमुख चरणों में विभाजित किया गया है। यूपी चरण के तहत इसे आगे चलकर कानपुर से प्रयागराज, प्रयागराज से वाराणसी और वाराणसी से बक्सर में विभाजित किया गया है। अभियान में 528 कैडेट शामिल हुए।