बरेली : गूगल के ज्ञान ने करा दी सपा नेता की फजीहत, महर्षि वाल्मीकि के बारे में ये क्या लिख दिया...
वाल्मीकि जयंती पर कार्यालय में विचार गोष्ठी के बाद जारी किया गया था प्रेस नोट
बरेली, अमृत विचार । महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर सपा कार्यालय में हुई विचार गोष्ठी का प्रेस नोट गूगल से सर्च कर तैयार कराना सपा के जिला कोषाध्यक्ष अशोक यादव को भारी पड़ गया। इस प्रेस नोट की वजह से जिलाध्यक्ष का भी विरोध हुआ। सोशल मीडिया पर गोष्ठी की खबरें चलीं तो आपत्तिजनक शब्द देखकर वाल्मीकि समाज के लोगों ने नाराजगी जताई। इस पर कोषाध्यक्ष को माफी मांगनी पड़ी।
लोगों के विरोध के स्वर सपा जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप की तरफ बढ़े तो पार्टी नेताओं में खलबली मच गई। पूरा मामला समझा गया, तब यह स्पष्ट हुआ कि कोषाध्यक्ष की ओर से 17 अक्टूबर को विचार गोष्ठी का जो प्रेस नोट जारी किया गया था, उसी में जिलाध्यक्ष की ओर से महर्षि वाल्मीकि के जीवन से जुड़े कुछ विचार लिखे थे। उन विचारों में कई शब्दों का चयन ठीक नहीं था। उन्हीं शब्दों को लेकर वाल्मीकि समाज ने विरोध जताया। कोषाध्यक्ष को अपनी सफाई में बयान जारी कर वाल्मीकि समाज के लोगों से माफी मांगनी पड़ी। अशोक यादव ने बयान में कहा है कि 17 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि के प्रकट दिवस पर कार्यालय पर विचार गोष्ठी हुई थी, जिसमें उन्होंने भूलवश बयान के कुछ शब्द गूगल से लिए थे, जिसमें जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप की ओर से कोई शब्द नहीं कहे गए थे, वाल्मीकि समाज की आस्था को जो ठेस पहुंची, उसके लिए वह पूरे समाज से माफी मांगते हैं।
जिलाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई के लिए सौंपा ज्ञापन
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के जिलाध्यक्ष गोविंद बाबू वाल्मीकि के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को कोतवाली पहुंचकर सपा के जिला अध्यक्ष शिवचरन कश्यप पर महर्षि वाल्मीकि का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने इंस्पेक्टर क्राइम राहुल को ज्ञापन सौंपा। अतुल वाल्मीकि, चिंकी वाल्मीकि, अजय गौतम, सुमित कठेरिया, राजेश कुमार, चंचल कुमार, विवेक चौधरी, नीरज वाल्मीकि, विजय वाल्मीकि आदि मौजूद रहे।