हल्द्वानी: विदेश से संचालित हो रहा था जाली नोटों के सप्लायर का करंट खाता

हल्द्वानी: विदेश से संचालित हो रहा था जाली नोटों के सप्लायर का करंट खाता

हल्द्वानी, अमृत विचार। एक करंट (चालू) बैंक खाते में हो रहे भारी लेन-देन की वजह से जाली नोटों के गैंग का भंडाफोड़ हुआ। जांच आगे बढ़ी तो पता लगा कि करंट खाते का मालिक सर्राफ शिवम वर्मा न सिर्फ जाली नोटों का गैंग चला रहा था, बल्कि वह साइबर फ्रॉड के धंधे में भी लिप्त है।

जिस करंट खाते से करोड़ों का लेन-देन हो रहा था वो विदेश में बैठा साइबर माफिया संचालित कर रहा था। इस खाते से देश के कई राज्यों में पैसों का लेन-देन हो रहा था। क्रिप्टो करेंसी के जरिये इस खाते से पैसे विदेशों में भी ट्रांसफर करने के संकेत मिले हैं। 

500-500 के जाली नोटों के मामले में गैंग के आठ लोग जेल पहुंच चुके हैं। इस मामले में सबसे पहली गिरफ्तारी लालकुआं निवासी सर्राफ शिवम वर्मा की हुई थी। शिवम से 9 हजार रुपये के जाली नोट मिले थे। दरअसल, केंद्रीय एजेंसी ने शिवम की 2 करोड़ की लिमिट वाले करंट खाते को फ्रीज कर दिया था। इसकी वजह थी करंट खाते में संदिग्ध लेन-देन। सूत्रों के अनुसार शिवम कम समय में अमीर बनना चाहता था। इसी वजह से वह जाली नोटों के धंधे में उतरा और फिर साइबर माफिया के संपर्क में आया। जो करंट खाता पुलिस को जाली नोटों के गैंग तक ले गया, जब उसकी जांच हुई तो साइबर फ्रॉड की आशंका जाहिर हुई। 15 से 20 दिन पहले ही शिवम ने लालकुआं स्थित निजी बैंक की शाखा में अपनी दुकान के जीएसटी नंबर पर करंट खाता खुलवाया था।

सूत्रों के मुताबिक साइबर फ्रॉड के जरिए आने वाले बड़ी रकम को एक बार में निकाला जा सके, इसलिए करंट खाते की लिमिट दो करोड़ बनवाई गई। शिवम के करंट खाते का एक्सेस भी विदेश में बैठे साइबर माफिया के पास है। खाते में आने वाली लाखों-करोड़ों रुपये की राशि केवल एक से दो दिन ही खाते में रखी जाती थी।

जिसके बाद इन रुपयों को देश के अलग-अलग राज्यों में संचालित बैंक खातों में ट्रांसफर किया जा रहा था। इस खाते में जो पैसा आता था, उसका एक बड़ा हिस्सा बिना कुछ किए शिवम को मिल रहा था। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि जांच टीमें हर एंगल से जांच कर रही हैं। पुलिस के साइबर एक्सपर्ट करंट खाते से जुड़े लिंक खंगाल रहे हैं।

नैनीताल के बाद बरेली पुलिस ने कसा शिकंजा
जाली नोटों के खिलाफ नैनीताल पुलिस की कार्रवाई में बरेली के कई लोग फंसे हैं। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद बरेली पुलिस भी हरकत में आई है। जाली नोटों के इसी गैंग से जुड़े कुछ लोगों को पुलिस ने दबोच लिया है। एक बड़े स्क्रैप कारोबारी के घर भी छापा मारा गया, लेकिन वो फरार हो गया। नैनीताल पुलिस बरेली पुलिस की कार्रवाई पर नजर रख रही है। सीओ नितिन लोहनी ने बताया कि अगर बरेली पुलिस मदद मांगेगी तो हम मदद करेंगे।

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