कबाड़ से बनाई गयी "वेस्ट टू फ्लावर गैलरी" बनी आकर्षण का केंद्र, डीएम की स्वच्छता पहल को मिल रही सराहना 

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Published By Vinay Shukla
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शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कालेज की दीवार पर निष्प्रयोज्य सामानों से बनाई फ्लावर गैलरी

गोंडा, अमृत विचार: जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ स्वच्छता का संदेश पहुंचाने के लिए एक अनूठी पहल की है।डीएम की पहल पर शहर के शहीद-ए-आज़म भगत सिंह इंटर कॉलेज की बाउंड्रीवॉल पर 'वेस्ट टू फ्लावर गैलेरी'  स्थापित की गई है। कबाड़ से बनाई गयी यह वेस्ट टू फ्लावर गैलरी लोगों में आकर्षण का केंद्र बनी है‌। इस गैलरी को तैयार करने में विकास भवन,  कलेक्ट्रेट, जिलाधिकारी आवास से लेकर नगर पालिका के कार्यालय में पड़ी खराब कुर्सियों और टायरों का उपयोग किया गया है। लोग जिलाधिकारी के इस पहल की सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह पहल न केवल शहर को स्वच्छ और सुंदर बना रही है बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी फैला रही है।

रिड्यूस, रियूज और रिसाइकिल के सिद्धांत पर बनी गैलरी

 रिड्यूस, रियूज और रिसाइकिल के सिद्धांत पर आधारित इस गैलेरी में पुरानी कुर्सियों और टायरों को सजाकर पौधों के लिए उपयोग किया गया है। आकर्षक रंगों में रंगे गए टायर और सजी हुई कुर्सियां इस दीवार की सुंदरता को और बढ़ा रही हैं। साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दे रही हैं। यह पहल न केवल स्वच्छता अभियान को मजबूती दे रही है, बल्कि लोगों को कबाड़ से भी सुंदरता और उपयोगिता का सृजन करने की प्रेरणा दे रही है।

इस पहल को लेकर डीएम नेहा शर्मा ने कहा‌ कबाड़ या बेकार समझे जाने वाले सामानों में भी नई उपयोगिता और सुंदरता ढूंढी जा सकती है। 'वेस्ट टू फ्लावर गैलेरी' इसी सोच पर आधारित है कि कैसे हम पुराने सामानों को दोबारा उपयोग में लाकर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता में अपना योगदान दे सकते हैं। डीएम ने कहा कि इस पहल के माध्यम से यह संदेश देना है कि स्वच्छता केवल कचरा उठाने तक सीमित नहीं है, बल्कि कचरे को कम करना और उसका पुनः उपयोग करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि हम सब मिलकर छोटे-छोटे कदम उठाएं तो बड़े बदलाव संभव हैं। कबाड़ या बेकार समझे जाने वाले सामानों में भी नई उपयोगिता और सुंदरता ढूंढी जा सकती है। 'वेस्ट टू फ्लावर गैलेरी' इसी सोच पर आधारित है कि कैसे हम पुराने सामानों को दोबारा उपयोग में लाकर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता में अपना योगदान दे सकते हैं।

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