कासगंज:मोहिनी के पति का आरोप...एक सप्ताह से हो रही है घेराबंदी, मुझे मारने की है साजिश

पूरे परिवार को बना हुआ है खतरा, निहत्थे बैठा दिए हैं, दो पहरेदार

कासगंज:मोहिनी के पति का आरोप...एक सप्ताह से हो रही है घेराबंदी, मुझे मारने की है साजिश

कासगंज,अमृत विचार। पिछले सप्ताह जब मैं अपने बेटे और भांजा भांजी के साथ गाजियाबाद से लौट रहा था, तो अलीगढ से पहले गभाना टोल टैक्स के पास मेरी घेराबंदी की और कुछ अज्ञात लोगों ने जान से मारने की कोशिश की गई। अलीगढ डायल 112 का सहारा न होता, तो शायद बच्चे और भांजी भांजे सहित मार दिया होता है। यह गंभीर आरोप लगाए हैं महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के पति ने। 

पिछले माह तीन सितंबर को महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर न्यायालय के मुख्यद्वार से लापता हो गईं। चार सितंबर को उनका शव गोरहा नहर के रजपुरा गांव के समीप मिला था। उसके बाद सनसनी फैल गई। अधिवक्ताओ में खासा आक्रोश था। इस मामले में पांच अधिवक्ता सहित एक विधि छात्र और एक महिला पुरुष को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया, जबकि प्रकाश में आए आरोपी सुनील और रजत पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। इन पर 50-50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। धीरे धीरे मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बीच मामले में एक मोड़ उस समय आया है, जब रविवार को महिला अधिवक्ता के पति बृजतेंद्र तोमर ने अपनी और अपने परिवार को जान को खतरा बताते हुए कुछ घटनाए भी खोल दी। पति ने कहा कि पिछले सप्ताह अपने बेटे, भांजा भांजी के साथ गाजियाबाद से लौट रहा था। अलीगढ़ से पहले गभाना टोल टैक्स से पहले सिफ्ट डिजायर कार में चार लोगों ने उनकी कार को कई बार रोकने की कोशिश की, जब एक बार कार रोक कर पूछा गया कि घेराबंदी क्यों कर रहे हो, तो दूसरी कार सवारों ने कहा सड़क से अलग हटो तुमसे जरूरी बात करनी है। पति का कहना है कि वह घबरा कर तेजी से अपनी कार को आगे बढ़ाता हुआ चला और डायल 112पुलिस की मदद ली। उस समय स्विफ्ट डिजायर कार सवार भाग गए। वहीं से कासगंज कोतवाली प्रभारी लोकेश भाटी को सूचना दी, उन्होंने अनदेखा कर दिया। अब जब लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। पुलिस का भरोसा कम होता जा रहा है, तो मजबूर होकर मुख्यमंत्री के दरबार जाना पड़ेगा। 

निहत्थे पहरेदार कर रहे परिवार की सुरक्षा
महिला के पति का कहना है कि उसके परिवार की सुरक्षा के लिए दो पहरेदार तैनात किए गए हैं, लेकिन वे निहत्थे हैं। उनके पास न तो शस्त्र है और न ही वायरलैस सिस्टम और न ही कोई आधुनिक व्यवस्था। ईश्वर न करें यदि कोई घटना घटित हो गई, तो निहत्थे पहरेदार भी बेबस दिखाई देंगे।

प्रशासन नहीं समझ पा रहा पुलिस का लेख
महिला अधिवक्ता मोहिनी के मृत्यु प्रमाण पत्र के उनका पति दर दर भटक रहा है। एडीएम, डीपीआरओ से मिलकर अपनी बात रखी। एडीएम ने सहावर और कासगंज एसडीएम को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दिए, लेकिन सीमा विवाद में उलझे मामले को लेकर कासगंज और सहावर तहसील क्षेत्र के संबंधित लेखपालों का कहना है कि पुलिस ने किस अधिकार क्षेत्र से पंचनामा भरा है। इसलिए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना संभव नहीं है।

जानिए क्या बोली पुलिस
इंस्पेक्टर लोकेश भाटी ने बताया कि महिला अधिवक्ता के पति की घेराबंदी की जानकारी मिली थी, लेकिन मामला उनके थाना क्षेत्र का नहीं है। उनकी घेराबंदी हुई है, तो संबंधित पुलिस को सूचना दें, परिवार की सुरक्षा को लेकर कासगंज पुलिस बेहद गंभीर है।