लखीमपुर खीरी: मीट विक्रेता बोले- लाइसेंस है, फिर भी कोतवाल साहब नहीं बिकने दे रहे मीट, रोजगार पर कर रहे हमला
सपा नेताओं के साथ मीट विक्रेताओं ने डीएम व एसपी को सौंपा पत्र
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। मोहम्मदी कस्बे में मीट व्यापारियों की दुकानें बंद होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को मीट विक्रेता सपा के पूर्व एमएलसी शशांक यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल और क्रांति कुमार सिंह आदि के साथ डीएम-एसपी के दफ्तर पहुंचकर मामले की शिकायत की। कहा कि उनके पास लाइसेंस है, फिर भी मोहम्मदी कोतवाल मीट बिकने नहीं दे रहे।
बात दें कि मोहम्मदी में कोतवाली निरीक्षक ने मीट की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। मीट विक्रेताओं का आरोप है कि कोतवाली प्रभारी निरीक्षक एक वर्ग विशेष के लोगों के राजनीतिक दबाव में उनके रोजगार पर हमला कर रहे हैं। 23 सितंबर को एसडीएम व सीओ मोहम्मदी से वार्ता के बाद मीट विक्रेताओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई थी।
साथ ही जिन लोगों के लाइसेंस मीट विक्रेता के नहीं बने थे, उन्हें 15 दिन के अन्दर फूड इंस्पेक्टर से बनवा लेने की छूट भी प्रशासन से हुई वार्ता में तय हुई थी। इधर, मीट विक्रेताओं का आरोप है कि 25 सितंबर को कोतवाली प्रभारी ने लाइसेंस के साथ बुलाकर व्यापार मंडल अध्यक्ष आकाश सैनी के सामने दुकानें न खोलने का फरमान सुना दिया।
इस पर आज सभी विक्रेता सपा नेताओं के साथ डीएम-एसपी के दफ्तर पहुंचे और पत्र देकर लासेंस धारक मीट विक्रेताओं के रोजगार करने पर लगी रोक को तत्काल हटाने की मांग की। इस दौरान सुरेन्द्र कुमार, अबरार मंसूरी, आफताब अली, यूनुस कुरैसी, मोनिस अंसारी, मो. आसिम, मो. अलीम, मो. अनीश, सकूर अहमद आदि मौजूद रहे।