पीलीभीत: फर्जी शैक्षिक अभिलेख से नौकरी पाई, प्रोन्नत होकर बनें वन दरोगा..अब खुली पोल तो दर्ज हुई FIR

पीलीभीत: फर्जी शैक्षिक अभिलेख से नौकरी पाई, प्रोन्नत होकर बनें वन दरोगा..अब खुली पोल तो दर्ज हुई FIR

पीलीभीत, अमृत विचार। 11 साल पहले फिरोजाबाद जिले के एक युवक ने फर्जी शैक्षिक अभिलेख लगाकर वनरक्षक की नौकरी हासिल कर ली थी। इतना ही नहीं कई साल नौकरी करने के बाद कार्य संतोषजनक पाते हुए विभाग में उसकी प्रोन्नति करते हुए वन दरोगा भी बना दिया। लेकिन इसी बीच हुई एक शिकायत के बाद जब उसके शैक्षिक अभिलेख का सत्यापन कराया गया तो वह फर्जी पाए गए। इसके बाद अब प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी की तहरीर देकर   वन दरोगा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी श्रीराम ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया कि प्रकाश वीर पुत्र स्वर्गीय रोशन लाल निवासी ग्राम लालबाग राजनगर अकबरपुर जिला फिरोजाबाद की नियुक्ति 20 जुलाई 2013 को वनरक्षक के पद पर हुई थी। उक्त कर्मचारी का 2020 में चयन समिति द्वारा संतोषजनक सेवा पाए जाने के बाद वन दरोगा के पद पर प्रोन्नति भी दे दी गई थी। इसी बीच मेरठ के कैंट मवाना रोड स्थित एक युवक ने प्रकाश वीर के शैक्षिक अभिलेख के फर्जी होने की शिकायत की। जिसके बाद वन विभाग कार्यालय द्वारा शैक्षिक अभिलेख का सत्यापन माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद बोर्ड को भेज कर करवाया गया। इसके बाद अपर सचिव क्षेत्रीय कार्यालय माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ में प्रकाश वीर द्वारा प्रस्तुत मार्कशीट को फर्जी बताते हुए अपनी रिपोर्ट दी। फर्जी शैक्षिक अभिलेख पाए जाने के बाद प्रकाश वीर की सेवा समाप्ति का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। प्रशासनिक अधिकारी ने प्रकाश वीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया। प्रशासनिक अधिकारी की तहरीर पर सदर कोतवाली में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (2),338, 336(3),340 (2) के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।  कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की विवेचना कराई जा रही है।