रामनगर में पांच झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक कराए बंद
रामनगर, अमृत विचार। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को नगर में अवैध तरीके से चल रहे क्लीनिकों के खिलाफ छापामार अभियान चलाया। इस दौरान पांच झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक बंद कराये गये। साथ ही पांचों क्लीनिक संचालकों पर अलग-अलग जुर्माना भी लगाया गया।
सीएमओ डॉ. हरीश पंत के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. श्वेता भंडारी, डॉ. कुमुद पंत तथा ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी ने स्वास्थ्य विभाग की गठित टीम के साथ रामनगर एवं पीरूमदारा क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से कई झोलाछाप डॉक्टर अपने-अपने क्लीनिक बंद कर मौके से गायब हो गये।
डिप्टी सीएमओ डॉ. श्वेता भंडारी ने बताया कि रामनगर के लखनपुर इलाके में रावत क्लीनिक, रावत डेंटल क्लीनिक एवं कुमाऊं डेंटल क्लीनिक के यहां कार्रवाई के दौरान मौके पर कोई भी वैध डिग्री नहीं मिली। जिस पर तीनों क्लीनिकों को बंद करने के निर्देश दिए गये। इसके बाद पीरूमदारा में बंगाली क्लीनिक और प्रिया क्लीनिक पर भी कार्रवाई की गई। एसीएमओ ने बताया कि क्लीनिक संचालकों के पास आयुर्वेदिक डिग्री का लाइसेंस था, लेकिन मौके पर एलोपैथिक पद्धति से चिकित्सा सुविधा दी जा रही थी।
ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी ने बताया कि मौके पर मिले प्रपत्रों की जांच में यदि कोई गड़बड़ी पाई जायेगी तो संबंधित के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पांच क्लीनिक संचालकों पर 25 से 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया गया है। बताया कि छापामार अभियान लगातार जारी रहेगा। टीम में प्रधान सहायक सीएमओ कार्यालय मनोज बिष्ट भी शामिल रहे।