लखनऊ: PGI के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. सुदीप कुमार का निधन

साइकलिंग का था शौक, 620 किमी का सफर तय कर गए थे लद्दाख

लखनऊ: PGI के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. सुदीप कुमार का निधन

निधन की सूचना से देश भर के चिकित्सकों में शोक की लहर

लखनऊ। हजारों दिलों की धड़कन संभालने वाले संजय गांधी पीजीआई संस्थान के कार्डियोलॉजिस्ट प्रो सुदीप कुमार का गुरुवार सुबह कैंसर की बीमारी के चलते निधन हो गया।  जैसे ही इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो देश भर के चिकित्सक और चहेतों में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं देर शाम परिजनों ने भैंसा कुंड में उन्हे मुखाग्नि दी और वह पंचतत्व में विलीन हो गये।  

प्रो सुदीप सन 1989 बैच के किंग जार्ज मेडिकल विवि के एमबीबीएस छात्र थे। वर्ष 1997 में प्रो सुदीप ने केजीएमयू से ही एमडी की फिर वर्ष 2000 में संजय गांधी पीजीआई से कार्डियोलॉजी में डीएम किया। प्रो सुदीप ने पीजीआई संस्थान में 2004 में बतौर संकाय सदस्य सेवा देना शुरू किया और उनकी पत्नी नीमा पंत पीजीआई संस्थान में वरिष्ठ नर्सिंग आफिसर के पद पर कार्यरत हैं। संस्थान के डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि वह मरीजों के लिए बहुत ज्यादा सरल स्वभाव के थे, वह इतना प्यार से बोलते थे कि मरीज की आधी बीमारी तो अपने आप ही खत्म हो जाती थी। संस्थान द्वारा बताया गया कि लोगों को दिल की बीमारी से निजात दिलाने के लिए वह हमेशा कोई न कोई शोध किया करते थे, उनके पास 225 से अधिक इंटरनेशनल शोध पत्र थे। वहीं क्लीनिकल इम्यूनोलॉजिस्ट के प्रो विकास अग्रवाल और नेफ्रोलाजिस्ट प्रो नारायण प्रसाद ने बताया कि उन्हे साइकलिंग की बहुत ज्यादा शौक थी। 620 किमी की साइकिलिंग कर उन्होंने विश्व के सबसे ऊंचे मोटरेबल रोड टाप खारदूंगला (लद्दाख) का सफर तय किया था। संस्थान के लोगों का कहना है कि वह स्टाफ के लिए भी बहुत अच्छे थे, दिन हो या रात, अगर किसी स्टाफ के सदस्य या फिर उसके परिजन को हार्ट से संबंधित समस्या होती थी तो वह तुरंत आ जाते थे। कर्मचारी महासंघ के पूर्व महामंत्री धर्मेश कुमार का कहना है कि उनकी कमी संस्थान को हमेशा खलती रहेगी। बता दें कि प्रो सुदीप को पिछले साल पेट में कैंसर की बीमारी का पता चला था, इलाज के बाद वह ड्यूटी पर वापस भी लौट आये थे लेकिन 20 दिन से बीमारी की वजह से उनके स्वास्थ्य में काफी ज्यादा गिरावट हो गयी और गुरुवार सुबह सीसीएम में उन्होंने दम तोड़ दिया।