कासगंज: अब कैसे मिलेगा अनाज...बिना बताए निरस्त कर दिए ढाई हजार राशन कार्ड

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Published By Pradeep Kumar
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पूर्ति विभाग का तर्क, लखनऊ से मिली सूची के आधार पर निरस्त किए कार्ड

कासगंज, अमृत विचार। शासन हर गरीब की मदद के लिए नित नई योजनाएं लागू करने के दावे कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ उनके मातहत शासन की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। इसी में शामिल है कासगंज का पूर्ति विभाग। जहां खाद्य प्रणाली में पूरी तरह घुन लगता दिखाई दे रहा है। अब उपभोक्ता मजबूर होकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।

लगभग ढाई हजार से अधिक उपभोक्ताओं के राशन कार्ड बिना किसी सूचना के निरस्त कर दिए गए। जब राशन लेने पहुंचे और उसकी जानकारी हुई तो वह चिंतित हो गए। वे बेहद परेशान दिखाई दे रहे हैं। इधर जिला पूर्ति अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि लखनऊ से आई सूची के आधार पर राशन कार्ड निरस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। बता दें कि कासगंज जिले में राशन वितरण प्रणाली पहले से ही विवादित रही है। इसमें कई बार यह भी आरोप लगे हैं कि जहां से उठान होता है, वहां से राशन डीलरों को पूरा खाद्यान्न नहीं दिया जाता। जब राशन विक्रेता खाद्यान्न लेने पहुंचते हैं तो मनमाने ढंग से उनके खाद्यान्न से कटौती कर ली जाती है। इसकी जांच पहले से ही चल रही थी। इस बीच एक और जांच का मामला सामने आ गया है। जब कासगंज जिले में उपभोक्ताओं के राशन कार्ड मनमाने ढंग से निरस्त कर दिए गए। न उनको नोटिस दिया गया न ही कोई सूचना दी गई। जब उपभोक्ता राशन लेने पहुंचे तो इलेक्ट्रिक मशीन में स्पष्ट कर दिया गया कि उनका राशन कार्ड निरस्त हो चुका है। इसको लेकर उपभोक्ताओं में काफी निराशा भी है और आक्रोश भी है।

आयकर विभाग से भी जुटाए गए आंकड़े 
आपूर्ति विभाग का कहना है कि जिन राशन कार्ड उपभोक्ताओं के कार्ड निरस्त किए गए हैं। उसके आंकड़े आयकर विभाग ने दिए हैं, लेकिन विभाग यह भी स्पष्ट कर रहा है कि आंकड़ों में कहीं न कहीं कुछ गलतियां भी हुई हैं। कुछ लोगों के राशन कार्ड संशोधित कर फिर से जारी कर दिए गए हैं।

क्या बोले पूर्ति विभाग के अधिकारी
जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि कुछ उपभोक्ताओं के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। लगभग ढाई हजार उपभोक्ताओं के राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। लखनऊ शासन से आई सूची के आधार पर कार्रवाई की है। अब जो भी उपभोक्ता अपना शपथ पत्र दाखिल कर रहे हैं उन पर विचार करके शासन को भेजा जाएगा, जिससे कि उनके राशन कार्ड संशोधित कर फिर जारी कर दिए जाएं।

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