6 वर्ष पहले पति को, अब पत्नी को दे दिया इस विशेष योजना का लाभ, सरकारी पैसे का हो रहा दुरुपयोग, जिम्मेदार चुप

6 वर्ष पहले पति को, अब पत्नी को दे दिया इस विशेष योजना का लाभ, सरकारी पैसे का हो रहा दुरुपयोग, जिम्मेदार चुप

सतरिख, बाराबंकी, अमृत विचार। विकास खंड की ग्राम पंचायत करौंदी कलां में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत शौचालय के आवंटन में भारी अनियमितताएं बरती गई हैं। कई लोगों के खाते में शौचालय निर्माण का पैसा पहुंचा है, लेकिन कार्य शुरु नहीं हुआ है। जिन लोगों को 6 वर्ष पहले शौचालय का लाभ दिया गया था अब उनकी पत्नियों के नाम भी शौचालय निर्माण के लिए पैसा भेजा गया है। 

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत 12 हजार की लागत से शौचालय का निर्माण कराया जाता है। लाभ पाने के लिए लोगों को स्वयं ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके बाद ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारी पात्रता की जांच करते हैं। जांच के बाद शौचालय का लाभ देने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। करौंदी में कई लोगों ने शौचालय का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। जिसमें सबीना, हसीब, यासमीन, शबनम और नाजिया सहित कुछ अन्य लोगों को शौचालय का लाभ दिया गया। इसमें सबीना के पति हमजा को वर्ष 2018 में शौचालय का लाभ दिया जा चुका है। 6 वर्ष बाद उसकी पत्नी को भी शौचालय का लाभ दे दिया गया। निर्माण के लिए 6 हजार रुपए की पहली किस्त उसके खाते में भेज दी गई। इसके साथ ही आठ अन्य लोगों के खाते में शौचालय की पहली किस्त भेजी जा चुकी है। लेकिन निर्माण कार्य किसी ने शुरू नहीं कराया है।

एक व्यक्ति  शौचालय बनवाने के बजाय पक्के टैंक का निर्माण कर रहा है। यहां जिन महिलाओं के खाते में शौचालय निर्माण के लिए पहली किस्त भेजी गई है वह किसकी बेटी या फिर पत्नी है इसका कहीं सूची में उल्लेख नहीं है। इस बात की जानकारी कुछ ग्रामीणों ने ब्लॉक में अधिकारियों को दी लेकिन कोई जांच के लिए मौके पर नहीं पहुंचा। डीपीआरओ नितेश भोंडेले ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। पति-पत्नी को शौचालय का लाभ नहीं मिल सकता है।

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