बरेली:जुलूस-ए-मोहम्मदी के रास्ते पर विवाद जारी...थाने पहुंचकर भी क्यों नहीं निकल रहा हल

आयोजक कमेटी बोली नया रास्ता मिला, पुलिस ने कहा दोनों पक्षों से होगी बातचीत

बरेली:जुलूस-ए-मोहम्मदी के रास्ते पर विवाद जारी...थाने पहुंचकर भी क्यों नहीं निकल रहा हल

बरेली, अमृत विचार। पुराना शहर में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस को लेकर जहां शनिवार देर रात तक पुलिस और मुस्लिम समुदाय से जुड़े जिम्मेदार लोगों के बीच बातचीत होती रही तो दूसरी तरफ रविवार को भी इस बातचीत का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। अयोजकों ने पुलिस की तरफ से दूसरा रास्ता दिए जाने की बात कही, तो पुलिस दोनों पक्षों की सहमति के बाद ही कुछ हल निकल पाने का हवाला दे रही है। रविवार को मामला उस वक्त गर्मा गया जब हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोग विरोध में बारादरी थाने पहुंच गए।

दरअसल पुराना शहर से निकलने वाले जुलुस-ए-मोहम्म्दी निकलाने के दौरान बीते साल मीरा की पैठ पर रास्ते को लेकर विवाद हो गया था। लिहाजा इस साल रास्ते का विवाद नहीं हो इसके लिए मुस्लिम समुदाय के लोग शनिवार देर रात थाना बारादरी पहुंचे थे। यहां अधिकारियों से करीब एक घंटे तक वार्ता होती रही। हालांकि देर रात तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। आईएमसी नेता डॉ. नफीस, अंजुम शमीम समेत दर्जनों लोग थाना बारादरी में पुलिस अधिकारियों से बातचीत करते रहे। वहीं रविवार को पुराना शहर के जुलूस की आयोजक कमेटी इत्तेहादुल मुस्लेमीन के सचिव अंजुम शमीम ने बताया कि जगतपुर चौराहा होते हुए भाड़ो वाली गली है ये करीब 22 अंजुमनों का परंपरागत रास्ता है, पिछले साल इस रास्ते पर कुछ लोगों ने विरोध किया था। लिहाजा इस साल भी विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस की तरफ से रास्ता बदलने को कहा जा रहा है। देर रात तक चली बातचीत के बाद रविवार तड़के चार बजे नया रास्ता जगतपुर से ढलाव होते हुए शादी महल, शादी महल से पानी की टंकी होते हुए मीरा की पैठ चौराहा का रास्ता दिया गया है।

पुलिस बोली दोनों पक्षों से बातचीत के बाद निकलेगा हल
आयोजक जहां नया रास्ता देने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पुलिस भी अभी पूरी तरह स्पष्ट बात नहीं बता रही है, रविवार सुबह हिंदू संगठनों के कुछ लोग थाना बरादरी पहुंच गए। जुलूस के रास्ते को लेकर विरोध की बात कही जा रही है। अयोजकों को नया रास्ता देने की बात पर बारादरी थाना प्रभारी अमित पाण्डेय ने बताया कि रास्ते को लेकर अंतिम निर्णय दोनों पक्षों के साथ बातचीत के बाद ही लिया जाएगा।

बीते साल विवाद के बाद दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट
जगतपुर और मीरा की पैठ के बीच पिछले वर्ष एक समुदाय के लोगों ने आठ अंजुमन रोक दी थीं। इसको लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी। मामला तूल पकड़ता, इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कर दिया। वहीं जगतपुर चौकी इंचार्ज ने इस प्रकरण में कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। पिछले वर्ष की तरह अंजुमन के जुलुस में किसी तरह का व्यवधान न पड़े इसको लेकर दूसरे समुदाय के लोग सतर्क हैं। 

सुब्हानी मियां के हवाले से मैसेज किया वायरल
उधर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर दरगाह आला हजरत प्रमुख सुब्हानी मियां के हवाले से एक संदेश फैलाना शुरू कर दिया। जिसमें कहा गया कि "परंपरागत मार्ग न दिए जाने पर दरगाह आला हजरत प्रमुख सुब्हानी मियां ने साफ तौर पर कह दिया की अगर हमें हमारा सालों पुराना परंपरागत मार्ग नहीं दिया गया तो हम इस बार जुलूस नहीं उठाएंगे, अगर प्रशासन हमें पुराना शहर में परंपरागत मार्ग मिला तो पुराना शहर और नए शहर दोनों जगह जुलूस नहीं उठाएंगे।" हालांकि सुब्हानी मियां के हवाले से फैलाए जा रहे इस संदेश पर दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि इस संबंध में वह कुछ स्पष्ट नहीं कह सकते उनकी सुब्हानी मियां से बात नहीं हुई है।