राम मंदिर आंदोलन में बलिदान हुए कोठारी बंधु की बहन का छलका दर्द, कहा- मेरे दोनों भाइयों की आत्मा को शांति नहीं...
लखनऊ, अमृत विचार। राम मंदिर आंदोलन में बलिदान हुये कोठारी बंधु की बहन पूर्णिमा कोठारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार से एक बार फिर अपनी अपील दोहराई है। पूर्णिमा कोठारी ने कहा है कि उनके दोनों भाइयों के नाम पर एक स्मारक जरूर बनाया जाये।
दरअसल, पूर्णिमा कोठारी गुरुवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने अमृत विचार से बात करते हुये कहा कि 34 साल बीत गये हैं उनके भाइयों को शहीद हुये, लेकिन उनके नाम पर एक स्मारक तक नहीं बना है। उन्होंने बताया कि इससे पहले एक बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात हुई थी, तब अपने भाइयों के नाम का स्मारक भवन बनाने के लिए एक मांग पत्र दिया था, उस समय आश्वासन भी मिला था।
लेकिन आज तक उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। पूर्णिमा कोठारी ने इस दौरान साल 1990 का वह समय भी याद किया जब उनके दोनों भाई राम कुमार कोठारी व शरद कुमार कोठारी पुलिस की गोली से शहीद हो गये थे।
पूर्णिमा कोठारी ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में 2 नवंबर 1990 का दिन हमेशा याद किया जायेगा। इतना ही नहीं जब इस आन्दोलन के नायकों का नाम लिया जायेगा, तो सबसे पहले उनके दोनों भाइयों का नाम जरूर लोगों की जुबान पर होगा। 2 नवंबर ही वह दिन था जब विवादित ढांचे पर भगवा फहराया गया था और सबसे पहले उनके दोनों भाइयों ने ही भगवा फहराया था। इसके बाद ही लाल कोठी के पास पुलिस की गोली से उनके दोनों भाई शहीद हो गये।
पूर्णिमा कोठारी अपने भाइयों राम कोठारी व शरद कोठारी के बलिदान को याद करते हुये भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि उनके भाइयों की कोई सुध लेने वाला नहीं है, अब भव्य मंदिर भी बनकर तैयार हो गया है, उन्होंने कहा कि वह प्रभु श्रीराम को अपना दर्द सुनाने आईं हैं। मेरी योगी आदित्यनाथ सरकार से एक ही मांग है कि राम मंदिर परिसर मे ही मेरे भाइयों का स्मारक बने, तभी भाइयों की आत्मा को शांति मिलेगी।