मुरादाबाद : एनएचएआई की 24 घंटे निगरानी में टोल प्लाजा, लगे हैं 45 कैमरे

हाईटेक इंतजाम- कौन सी लेन बंद या संचालित, किस लेन पर वाहनों का जाम, सब कुछ एनएचएआई की नजर में

मुरादाबाद : एनएचएआई की 24 घंटे निगरानी में टोल प्लाजा, लगे हैं 45 कैमरे

मुरादाबाद, अमृत विचार। मुरादाबाद से बरेली के बीच हाईवे पर दो टोल प्लाजा हैं। पहला दलपतपुर में और दूसरा रामपुर के आगे फतेहगंज पश्चिम में। इन दोनों टॉल प्लाजा पर होने वाली संपूर्ण गतिविधियां एनएचएआई की 24 घंटे की निगरानी में आ गई हैं। यहां पर लगने वाला जाम या कर्मियों की गतिविधियां अथवा वाहनों का आवागमन सब कुछ एनएचएआई का आईटी सिस्टम देख रहा है। जिसके क्रम में एनएचएआई कार्रवाई भी कर रहा है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) नेशनल हाईवे पर सुचारु ट्रैफिक फ्लो (यातायात प्रवाह) सुनिश्चित करने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर टोल प्लाजा की निगरानी कर रहा है। इसके लिए दलपतपुर टोल प्लाजा पर कुल 45 उच्च क्वालिटी वाले कैमरे लगे हैं। बताया जा रहा है कि एनएचएआई ने पूर्व में टोल प्लाजाओं का राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन के जरिए वाहनों की भीड़भाड़ के संबंध में फीडबैक हासिल की थी। इसी के आधार पर एनएचएआई लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम (लाइव निगरानी प्रणाली) रियल टाइम में भीड़भाड़ आदि की निगरानी कर रहा है। टोल प्लाजा पर वाहनों की कतारें निर्धारित सीमा से ज्यादा होने पर लेन व्यवस्थित की जा रही हैं। 

बताया जा रहा है कि इस मॉनिटरिंग सर्विस को धीरे-धीरे लगभग सभी टोल प्लाजा पर विकसित किया जा रहा है। संबंधित सॉफ्टवेयर हर टोल प्लाजा का नाम और स्थान, मीटर में कतार की लंबाई की लाइव स्थिति, कुल वेटिंग टाइम और वाहन की रफ्तार सहित विस्तृत जानकारी दे रहा है। इन व्यवस्थाओं के बाद से एनएचएआई अधिकारी टोल प्लाजा पर यातायात का प्रबंधन करने और वाहनों की भीड़भाड़ कम करने के लिए सक्रिय दिख रहे हैं। दलपतपुर टोल प्लाजा के आईटी मैनेजर मनीष सक्सेना ने बताया कि प्लाजा पर 24 घंटे होने वाली गतिविधियों को वॉच करने के लिए ही एनएचएआई ने कुछ समय पहले उनसे आईपी एड्रेस लिया था। इसके बाद से टोल प्लाजा पर लगे सभी कैमरे के फुटेज पर एनएचएआई मुख्यालय नजर बनाए है।

उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर प्रत्येक लेन में तीन-तीन कैमरे लगे हैं। इस तरह कुल 14 लेन में 42 सीसीटीवी कैमरे हैं। कार्यालय में भी तीन कैमरे लगे हैं, जो चारों ओर घूमते हैं। ये कैमरा 25 मीटर दूरी कवर करते हैं, जूम करने पर इससे दोगुनी दूरी के दृश्य को स्पष्ट करने में समक्ष हैं। कैमरा और सभी लेन पर लगे अन्य उपकरणों की सीधे एनएचएआई मॉनीटरिंग कर रहा है। कौन सी लेन कितनी देर बंद या खुली रही है, किस लेन पर कितना ट्रैफिक रहा। कौन सी लेन पर उपकरण काम कर रहे हैं या निष्क्रिय हैं, आदि विवरण की जानकारी एनएचएआई को हर समय अपडेट रहती है। पूरा टोल प्लाजा कैमरे से युक्त है। आईटी मैनेजर ने बताया कि इस तरह एनएचएआई का सिस्टम टोल प्लाजा के सर्वर से कनेक्ट है, जो संपूर्ण जानकारी एकत्र करता है। आईटी मैनेजर ने बताया कि एनएचएआई की निगरानी से एक लाभ ये भी है कि टोल प्लाजा पर वाहनों की जाम या अन्य किसी विवाद के बारे में हवा-हवाई आरोपों से बचने में आसानी हो रही है। कर्मचारी भी अपने दायित्व के प्रति अलर्ट रहते हैं।

वाहनों की भीड़ होने पर होती है नियंत्रण की कार्रवाई
आईटी मैनेजर ने बताया कि टोल प्लाजा पर किसी लेन में यदि वाहनों की भीड़ अधिक लग रही है तो उसका निस्तारण अभी मैनुअल तरीके से ही किया जा रहा है। इसके लिए लेन असिस्टेंट तैनात हैं, जो लेन पर अधिक ट्रैफिक होता है तो उसे वह डिवाइडर लगाकर या डायवर्जन कर नियंत्रित करते हैं। टोल प्लाजा पर एक लेन डेडिकेटेड होती है, इसमें केवल कार निकल सकती है। यह लेन वीआईपी के लिए आरक्षित है। यह लेन मुरादाबाद से बरेली की तरफ जाने पर 11 नंबर की है और रामपुर की तरफ से 4 नंबर वाली लेन है। इसमें मैन पॉवर का प्रयोग नहीं है।

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