बरेली: अकीदत से सराबोर होगा शहर, परचम कुशाई से होगा उर्स-ए-रजवी का आगाज

आजम नगर से शाम 4 बजे निकलेगा परचमी जुलूस, इस्लामिया मैदान पर फहराया जाएगा परचम

बरेली: अकीदत से सराबोर होगा शहर, परचम कुशाई से होगा उर्स-ए-रजवी का आगाज

बरेली, अमृत विचार : इस्लामिया मैदान में गुरुवार को परचम कुशाई के साथ उर्स-ए-रजवी का आगाज होगा। उर्स को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उर्स की सभी रस्म दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती और सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी की सदारत में दरगाह परिसर और इस्लामिया मैदान में अदा की जाएगी।

गुरुवार को आजम नगर स्थित हाजी अल्लाह बख्श के निवास से परचमी जुलूस शाम 4 बजे दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की मौजूदगी में कुमार टाकिज, इंदिरा मार्केट होते हुए बिहारीपुर के ढाल के रास्ते दरगाह पहुंचेगा। यहां सलामी देने के बाद जुलूस दरगाह से सुब्हानी मियां की कयादत में वापस इस्लामिया मैदान पहुंचेगा। मैदान के मुख्य गेट पर उलमा की मौजूदगी में सुब्हानी मियां परचम कुशाई की रस्म अदा करेंगे।

पहले दिन आला हजरत के बड़े बेटे का मनाया जाएगा कुल
परचम कुशाई की रस्म के बाद गुरुवार को मिलाद की महफिल सजाई जाएगी। उसके बाद रात में 10 : 35 बजे आला हजरत के बड़े बेटे मुफ्ती हामिद रजा खान के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। इसके बाद नातिया मुशायरा अहसन मियां की सदारत में शुरू होगा। मुफ्ती सलीम नूरी ने बताया कि मुशायरा में देश-विदेश के नामचीन शायर शिरकत करेंगे। मुशायरा देर रात तक जारी रहेगा।

30 और 31 को होंगे यह कार्यक्रम
उर्स- ए- रजवी के दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह में कुरानख्वानी का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद कान्फ्रेंस होगी। सुबह 9:58 बजे रेहाने मिल्लत और 10.30 बजे मौलाना इब्राहीम रजा खान के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। इसके बाद आपसी सौहार्द और नामूस ए रिसालत कान्फ्रेंस होगी। रात में उलमा की तकरीर होगी। रात में 1: 40 बजे मुफ्ती आजम-ए-हिन्द के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। शनिवार को दोपहर में 2: 38 बजे कुल शरीफ की रस्म के साथ आला हजरत के उर्स का समापन हो जाएगा।