मायावती फिर चुनी गईं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष, कहा- कभी रुकेंगे नहीं, समझौता नहीं करेंगे 

मायावती फिर चुनी गईं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष, कहा- कभी रुकेंगे नहीं, समझौता नहीं करेंगे 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का एक बार फिर सर्वसम्मति से मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। बसपा ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। इस बयान में कहा गया कि मायावती को मंगलवार को यहां बसपा की कार्यकारिणी की बैठक में एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। 

बयान में कहा गया , ‘‘मायावती जी एक बार फिर सर्वसम्मति से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं और उन्होंने संकल्प दोहराया कि देश में बहुजनों के गौरव के लिए बसपा आंदोलन के हित में हम कभी रुकेंगे नहीं, समझौता नहीं करेंगे, टूटने की बात तो दूर ही है।’’ मायावती ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की होने वाली बैठक से एक दिन पूर्व सोमवार को कहा था कि सक्रिय राजनीति से उनका संन्यास लेने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। 

बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 27 अगस्त को यहां पार्टी कार्यालय में होने वाली बैठक को लेकर मीडिया में यह अटकल लगायी जा रही थी कि मायावती अपने भतीजे आकाश आनन्‍द का कद बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा उनके संन्यास लेने की भी अटकलें थीं। बसपा प्रमुख ने सोमवार को ''एक्‍स'' पर लिखा था, '' बहुजनों के आम्बेडकरवादी कारवां को कमजोर करने की विरोधियों की साजिशों को विफल करने और बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर एवं कांशीराम जी की तरह ही मेरी जिन्दगी की आखिरी सांस तक बसपा के आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान आंदोलन को समर्पित रहने का फैसला अटल है।''

ये भी पढ़ें- खत्म हुआ Aadhaar Card का बवाल! Virtual ID कर देगा सारे काम

ताजा समाचार

रायबरेली : साइकिल की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान
आज नहीं तो कल आतंकवादियों से मिलने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी : संजय निषाद
कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
Unnao: शोभा यात्रा निकालने के साथ गणेश पंडालों में हुई पूजा-अर्चना, नम आंखों से दी गई गजानन महाराज को विदाई
'…खान, आईजी बोल रहा हूं…' जालसाज ने आईपीएस अधिकारी के नाम पर कॉल कर धमकाया, रिपोर्ट दर्ज
Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें