Kanpur प्रेस क्लब के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज अवस्थी व पत्रकार मुंतजिर गए सलाखों के पीछे...बढ़ी अपहरण की धारा, इस वजह से नहीं मिली रिमांड

Kanpur प्रेस क्लब के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज अवस्थी व पत्रकार मुंतजिर गए सलाखों के पीछे...बढ़ी अपहरण की धारा, इस वजह से नहीं मिली रिमांड

कानपुर, अमृत विचार। किदवई नगर थानाक्षेत्र में जूही लाल कालोनी की रहने वाली विधवा महिला की संपत्ति पर साथियों के साथ कब्जा करने के मामले में गिरफ्तार किए गए। बता दें कि, मेडिकल रिपोर्ट न होने से अदालत ने आरोपियों को गंभीर दो धाराओं में रिमांड देने से इंकार कर दिया। गनीमत रही कि पुलिस ने रात में ही मामले में अपहरण की धारा बढ़ा दी थी, जिसकी वजह से तत्काल जमानत नहीं मिल सकी। कोर्ट ने दोनों आरोपियों प्रेस क्लब के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज अवस्थी और पत्रकार मुंतजिर अंसारी को जेल भेज दिया। 

जूही लाल कालोनी निवासी राबिया बेगम ने दर्ज एफआईआर में बताया कि पति की 4 वर्ष पूर्व 2019 को मौत हो गई थी। पति के जीवन काल में घर के सामने 530 गज भूखंड संख्या साकेत नगर के नाम पर पंजीकृत है। आरोप है, कि पति की मौत के बाद उक्त संपत्ति पर पत्रकार नीरज अवस्थी, प्रदीप श्रीवास्तव, मुंतजिर अंसारी व अन्य 40 से 50 पत्रकारों के माध्यम से तथा दबाव बनाकर व अपने आपराधिक गुटों के साथ मिलकर उक्त संपत्ति पर कब्जा कर रखा है। वह संपत्ति पर शिक्मी किरायदार बसा कर धन उगाही करते हैं।

पति की मौत के बाद जब भी उक्त पत्रकारों से अपनी जगह खाली करने के लिए बोला तो पत्रकार मेरे पुत्र अमान अली को जान से मारने की धमकी देकर मुझे डराया गया और धमकाया गया।  तथा एक बार मेरे पुत्र को 3 वर्ष पूर्व जूही से जबरदस्ती उठाकर नीरज अवस्थी, मुंतजिर अपने साथियों के साथ जबरदस्ती अगवाह कर बर्रा के किसी अज्ञात जगह पर ले जाकर मारपीट की गई तथा गालीगलौज की कर जबरन शराब पिलाई गई और जान से मारने की धमकी दी गई। जिस कारण पत्रकारो को बड़े स्तर पर गुंडागर्दी को देखकर शिकायत करवाने की हिम्मत नहीं हुई।

आरोप है, कि पूर्व में एक बार थाना किदवई नगर में शिकायती पत्र दिया गया लेकिन उन लोगों के दबाव के चलते नहीं सुना गया। आरोप था कि पत्रकारों के आतंक से लगभग 1 साल तक कानपुर छोड़कर अपने पुत्र के साथ फर्रुखाबाद चली गई थी। इस संबंध में किदवई नगर थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने बताया की महिला की तहरीर पर आरोपी नीरज अवस्थी प्रदीप श्रीवास्तव, मुंतजिर अंसारी और 40 से 50 पत्रकारों के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को जेल भेजने की कार्रवाई कर अन्य साथियों के बारे में सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Kanpur: मदद के लिए रो पड़ा Avanish Dixit, रिमांड में बोला- मेरे साथ इस तरह का व्यवहार क्यों? और क्या कहा, यहां पढ़ें...