बरेली : पोटली में बांधकर बच्ची को फेंका, आवाज सुनकर राहगीर ने उठाया

बच्ची की रोने की आवाज सुनकर राहगीर ने उठाकर निसंतान दंपती को सौंपा

बरेली : पोटली में बांधकर बच्ची को फेंका, आवाज सुनकर राहगीर ने उठाया

बरेली/कैंट, अमृत विचार। थाना कैंट क्षेत्र में ठिरिया निजावत खां में मनपुरिया रोड पर एक बच्ची को पोटली में बांधकर कब्रिस्तान के पास फेंक दिया। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर एक व्यक्ति ने बच्ची को उठाकर निसंतान दंपती को सौंप दिया लेकिन किसी ने चाइल्ड हेल्प लाइन को सूचना दे दी। हेल्पलाइन के सुपरवाइजर ने बच्ची को दंपती से लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची के ब्लड में इन्फेक्शन है।

ठिरिया निजावत खां निवासी कौसर अली ने बताया कि शुक्रवार शाम को 6 बजे वह किसी काम से मनपुरिया रोड पर कब्रिस्तान पर गए थे। वहां रोड पर झाड़ियों के बीच में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी, पास जाकर देखा तो एक बच्ची पोटली में बंधी रो रही थी। आसपास लोगों की भीड़ लगी थी, लेकिन कोई बच्ची को छू नहीं रहा था, तब उन्होंने गले में पड़े गमछे में बच्ची को उठाया और बच्ची को ठिरिया के वार्ड सात में रहने वाले मैसर अली और उनकी पत्नी निशा को सौंप दिया। बच्ची पाकर निसंतान दंपति बहुत खुश हुए। इसी बीच शनिवार को किसी ने चाइल्ड लाइन को सूचना दे दी। शनिवार देर रात चाइल्ड लाइन की सुपरवाइजर मेघना शर्मा, रवि गंगवार ने थाने पहुंचकर बच्ची को मंगा लिया। इसके बाद बच्ची को जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की उम्र अभी दो दिन है। उसके खून में इंफेक्शन है, इसलिए इलाज के लिए भर्ती करना पड़ेगा।

बच्ची के बिछड़ने से बेहाल हुईं निशा
लोगों ने बताया कि मैसर अली और निशा की शादी को करीब 18 वर्ष हो गए हैं। उनके संतान नहीं है। शुक्रवार को जब कौसर अली ने मैसर अली और निशा के हाथों में बच्ची सौंपी तो दोनों बहुत खुश हुए। शाम 7 बजे मैसर अली बरेली पहुंचे और बच्ची के लिए नए कपड़े खरीदे। उसको डॉक्टर को दिखाया। गांव में हजारों रुपये की मिठाई बंटवा दी लेकिन अगले ही दिन उनकी खुशी गम में बदल गई। निशा का रो-रोकर बुरा हाल है। वह हाथ आई संतान के बिछड़ने से काफी परेशान हैं। वहीं मैसर अली भी परेशान हैं। मैसर अली ने बताया कि वह कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बच्ची उन्हें मिल जाए। सुपरवाइजर मेघना का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही दंपती बच्ची को ले सकते हैं।