लखीमपुर खीरी : शारदा के साथ सुहेली व मोहाना का भी जलस्तर बढ़ा

फसलें फिर हुईं जलमग्न, कई सड़कों व रपटों पर चलने लगा पानी

लखीमपुर खीरी : शारदा के साथ सुहेली व मोहाना का भी जलस्तर बढ़ा

पलिया कलां/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। नेपाल की ऊंची पहाड़ियों पर कई दिन से हो रही भारी वर्षा के बाद उफनाई क्षेत्रीय सुहेली, शारदा व मोहाना नदियों ने तराई क्षेत्र वाली पलिया तहसीलवासियों की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे कई ग्रामों की फसलें जहां जलमग्न हो गई हैं, वहीं कई सड़कों और रपटों पर भी पानी चलने लगा है। हालांकि पलिया-भीरा मार्ग पर पानी कम होने से शुक्रवार को छोटे वाहनों का निकलना शुरू हो गया है।

शारदा नदी की बाढ़ का पानी जहां अभी भी पलिया-भीरा राष्ट्रीय मार्ग 731 पर ग्राम अतरिया के आगे करीब एक से सवा किलोमीटर दूर तक एक फुट की ऊंचाई में तेजी से बह रहा है। इससे बंद वाहनों के कारण लोगों की मुसीबतें काफी बढ़ गई हैं, वहीं नेपाल से ही बहकर आ रही सुहेली नदी ने जहां दुधवा नेशनल पार्क के एक बड़े भूभाग को जलमग्न कर अपना दायरा बढ़ाते हुए कई ग्रामों की फसलों को अपनी चपेट में ले लिया है। ग्राम घोला से आजाद नगर व अतर नगर जाने वाली सड़कों पर पानी तेजी से क्रॉस कर फसलों को चौपट करने लगा है, वहीं ग्राम विलहइया, चंबरबोझ, बंसीनगर, मुजहा, देवीपुर, बसंतापुर, बेला आदि के खेतों में खड़ी धान, गन्ना, मक्का आदि की फसलों को पुनः जलमग्न कर नष्ट करना शुरू कर दिया है। पलिया से निघासन जाने वाले मार्ग पर ग्राम बेला के सम्मुख बने रपटा पुल पर भारी कीचड़ व पानी के चलते बार-बार जाम लग रहा है। लोगों को चिंता है कि यदि कहीं पलिया-भीरा मार्ग की तरह ही पलिया-निघासन मार्ग भी बंद हो गया, तो उनकी मुश्किलें और अधिक बढ़ जाएंगी ।

उधर, नेपाल से ही निकलकर आई मोहाना नदी ने भी थारू ग्राम ढकिया, बिरिया,भूड़ा , सूंड़ा, नझोटा, जयनगरा, बंदरभरारी आदि के खेतों में खड़ी धान तथा गन्ना आदि की फसलों को जलाप्लावित कर किसानों के मंसूबों पर पानी फेरना शुरू कर दिया है।

पलिया-भीरा मार्ग पर पानी घटा, छोटे वाहनों का आवागमन शुरू
पलिया-भीरा मार्ग पर पानी के तेज बहाव के कारण वाहनों का आवागमन एक बार फिर रोक दिया गया था। इससे लोगों को जिला मुख्यालय सहित अन्यत्र जाने में काफी परेशानी हो रही थी। भीरा सहित जिले से संपर्क कट गया था। शुक्रवार को पानी घट गया, जिससे छोटे वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है। इससे लोगों को आने-जाने में राहत मिली है।