बरेली: थाने की दीवार फांदकर भागा रिश्वतखोर इंस्पेक्टर, कमरे से 10 लाख बरामद, स्मैक तस्करों को घूस लेकर छोड़ा था

स्मैक तस्करों से ली थी सात लाख की घूस, एसपी को पता चला तो मार दिया छापा

बरेली: थाने की दीवार फांदकर भागा रिश्वतखोर इंस्पेक्टर, कमरे से 10 लाख बरामद, स्मैक तस्करों को घूस लेकर छोड़ा था

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के जिला बरेली से बड़ी खबर समाने आ रही है। जहां एक इंस्पेक्टर ने सात लाख रुपये की रिश्वत लेकर स्मैक के दो आरोपियों को छोड़ दिया। एसपी दक्षिण मानुष पारीख को जब इसकी भनक लगी तो वह सीधे थाने पहुंच गए। एसपी को देखकर इंस्पेक्टर थाने की दीवार फांदकर फरार हो गया। एसपी ने उसके कमरे का ताला तोड़कर करीब 10 लाख रुपये का कैश बरामद किया है। इसके बाद आरोपी स्मैक तस्कर के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी है। बताते हैं कि इस मामले में इंस्पेक्टर के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज की जा रही है। 

घटनाक्रम फरीदपुर थाने का है। फरीदपुर के इंस्पेक्टर राम सेवक पर आरोप है कि उन्होंने ग्राम नवदिया अशोक निवासी आलम पुत्र मोहम्मद इस्लाम, नियाज व नियाज अहमद पुत्र शेर मोहम्मद स्मैक तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। लेकिन उन्होंने कार्रवाई के बजाय उससे डील शुरू कर दी है और तस्कर ने बचने के लिए उन्हें लगभग सात लाख रुपये की रिश्वत पेश कर दी। मोटा माल मिलने के बाद इंस्पेक्टर ने कार्रवाई का इरादा छोड़कर तस्कर को छोड़ दिया। उधर, किसी ने इस सौदेबाजी की खबर एसपी दक्षिणी मानुष पारीख को दे दी। वह पुलिस फोर्स के साथ फरीदपुर थाने पहुंच गए। जहां उन्हें देखकर इंस्पेक्टर भाग गया। एसपी ने कमरे का ताला तुड़वाकर तलाशी ली, जहां 10 लाख रुपये का कैश बरामद किया गया है। एसपी दक्षिणी मानुष पारीख ने बताया कि इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा लिखवाया गया है कई बिंदुओं पर जांच की जाएगी बाकी विवेचना में सामने आएगा किस-किस की भूमिका है।

कमरे में कैश देखकर पुलिस भी दंग

भारी भरकम कैश देखकर पुलिस भी दंग रह गई। बाद में पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और फौरन ही उस तस्कर को भी पकड़ लिया, जिसे इंस्पेक्टर ने रिश्वत लेकर छोड़ा था। रिश्वतखोरी के इस केस ने बरेली में अपराधी और पुलिस के गठजोड़ का एक फिर से पर्दाफाश कर दिया है।

 

एसएसपी की कार्रवाई के बाद भी हौसले बुलंद

बरेली में ये हाल तब है, जब एसएसपी अनुराग आर्य, लगातार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। पिछले दो महीने के अंतराल में दर्जनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सस्पेंशन की कार्रवाई की जा चुकी है। लेकिन इसके बाद भी पुलिस वालों के चाल-चलन में कोई बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है। और अब यहां अपराधियों के साथ पुलिस के गठजोड़ का जो केस सामने आया है, उसने पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है। पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।